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बाइडेन की जिनपिंग से पहली बात, US-चीन रिश्तों का ‘रोडमैप’ तैयार

जलवायु परिवर्तन से लेकर मानवाधिकार हनन जैसे मुद्दों पर बाइडेन ने जताई चिंता

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पद संभालने के बाद पहली बार उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात हुई. इस चर्चा के दौरान बाइडेन ने कई मुद्दों पर चिंता जाहिर करते हुए अपनी बात रखी. आइए जानते हैं किन मुद्दों पर दुनिया के दो दिग्गज नेताओं ने बात की.

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बाइडेन ने जिनपिंग के सामने उठाए कई मुद्दे

सीएनएन की रिपोर्ट में एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए बताया गया है कि बाइडेन ने इस चर्चा के दौरान आर्थिक और सैन्य मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए क्लाइमेट चेंज, परमाणु प्रसार सहित, चीन के अनुचित व्यापार और मानवाधिकारों के हनन जैसे विषयों पर जोर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने शी जिनपिंग से बात करते हुए चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार और हॉन्ग कॉन्ग के लोगों के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई को लेकर चिंता जाहिर की. इसके साथ ही बाइडेन ने अमेरिकी लोगों की सुरक्षा, समृद्धि की रक्षा करने और एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को संरक्षित करने की अपनी प्राथमिकताओं से चीन के राष्ट्रपति को अवगत कराया.

  • बाइडेन ने मानवाधिकारों के हनन पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यह न केवल अमेरिका के मूल्यों की बात है बल्कि यह दुनिया के मूल्यों की बात है.
  • कॉल के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन की आर्थिक नीतियों, मानवाधिकार उल्लंघन, हॉन्ग-कॉन्ग में क्रैकडाउन और ताइवान में उसकी धमक के बारे चेताया.
  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करता है.
  • बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज चैनल एनबीसी से कहा कि अमेरिका चीन की गलतियों को लेकर उसकी जवाबदेही तय करने में बाकी देशों का भी साथ चाहता है.
  • व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने बीजिंग की अनुचित व्यापार प्रथाओं, हांगकांग में तनातनी, शिनजियांग में मानवाधिकारों का हनन और क्षेत्र में उसकी मुखरता के बारे में अपनी बुनियादी चिंताओं को व्यक्त किया.
  • बाइडेन ने पहले ही कहा था कि वह व्यापार समझौते को तुरंत रद्द नहीं करेंगे, और न ही चीनी निर्यात पर शुल्क हटाने के लिए कदम उठाएंगे.

बाइडेन ने लूनर ईयर की शुभकामना के साथ दी चेतावनी

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कॉल के बाद बाइडेन ने ट्वीट करते हुए कहा-

‘मैंने आज राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात कर चीन के लोगों के लूनर न्यू ईयर की शुभकामनाएं दी हैं. मैंने चीन की आर्थिक नीतियों, मानवाधिकार उल्लंघन और ताइवान को धमकाने पर चिंता भी जाहिर की है. मैंने उन्हें बताया है कि जब अमेरिका के लोगों को फायदा होगा तो मैं चीन के साथ काम करूंगा.’
जो बाइडेन, अमेरिकी राष्ट्रपति

जिनपिंग ने कहा एक-दूसरे का सम्मान करें

चीनी मीडिया के अनुसार शी जिनपिंग ने कहा कि सहयोग ही दोनों पक्षों के लिए सही विकल्प है. अमेरिका और चीन को कोविड महामारी, वैश्विक आर्थिक संकट और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दों पर मिलकर काम करने की जरूरत है. चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर मतभेद हैं लेकिन बेहतर यही है कि हम एक-दूसरे का सम्मान करें, एक-दूसरे को बराबरी से देखें और सकारात्मक तरीके से विवाद के मुद्दों का हल निकालें.

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बाइडेन ने गठित की नई पेंटागन चाइना टास्क फोर्स

डिफेंस न्यूज डॉट कॉम के अनुसार बाइडेन ने अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के एक्सपर्ट्स की एक टीम बनाई है जो चीन से निपटने के प्लान पर रणनीति तैयार करेगी.

  • दुनिया के कई देशों में चीन कर्ज के जरिए छोटे देशों को दबाव में लाता है और फिर वहां अपनी मनमानी करता है. अमेरिका ने अब इस पर निगरानी करने की तैयारी शुरू कर दी है. व्हाइट हाउस के अनुसार “हम अमेरिकी जनता की भावनाएं समझते हैं. चीन को अब जवाब दिया जाएगा. उससे मुकाबला करने की जरूरत है.”
  • टास्क फोर्स बनाने के सीधा मतलब है कि दुनिया में जहां भी चीन छोटे देशों या संगठनों को धमकाएगा, वहां अमेरिकी फौजें उसका इंतजार कर रही होंगी.
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