अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 15 अगस्त को कहा कि वो एडवर्ड स्नोडेन को माफ करने के बारे में विचार कर रहे हैं. स्नोडेन अमेरिकी की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी में कॉन्ट्रैक्टर रह चुके हैं. अमेरिकियों की जासूसी से संबंधित जानकारी लीक करने के बाद से एडवर्ड स्नोडेन रूस में रहते हैं. 2013 में उनके जानकारी लीक करने ने अमेरिका के इंटेलिजेंस समुदाय को हिला दिया था.
रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि न्यू यॉर्क पोस्ट को दिए गए एक इंटरव्यू में भी डोनाल्ड ट्रंप ने स्नोडेन पर बात की थी. ट्रंप ने कहा, "काफी लोग हैं जिन्हें लगता है कि अमेरिका की कानूनी एजेंसियां स्नोडेन के साथ निष्पक्ष तरीके से पेश नहीं आई हैं."
बेडमिन्स्टर में अपने न्यू जर्सी गोल्फ क्लब पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा कि वो अब इस मामले को देखेंगे.
ये बंटा हुआ फैसला है. कई लोग मानते हैं कि एडवर्ड स्नोडेन के साथ अलग तरीके से बर्ताव होना चाहिए. और दूसरे लोग मानते हैं कि उसने बहुत गलत काम किया है.डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका में 'वांटेड' है स्नोडेन
अमेरिक सालों से चाहता है कि एडवर्ड स्नोडेन वापस लौटें और जासूसी के आरोपों के लिए आपराधिक ट्रायल का सामना करें.
स्नोडेन सालों पहले अमेरिका छोड़ गए थे और उन्हें रूस में पनाह मिली थी. उन्होंने 2013 में कुछ न्यूज ऑर्गेनाइजेशन को खुफिया फाइलें लीक कर दी थीं. इन फाइलों में नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (NSA) के इंटरनेशनल और घरेलू सर्विलांस ऑपरेशन्स की जानकारी थी.
एडवर्ड स्नोडेन के वकील अनातोली कुचेरेना ने कहा कि अमेरिका को उन्हें सिर्फ माफी नहीं देनी चाहिए, बल्कि स्नोडेन के खिलाफ चलाए गए सभी केस वापस लेने चाहिए क्योंकि उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया.
कुचेरेना ने कहा, "स्नोडेन न सिर्फ अमेरिकी नागरिक, बल्कि पूरी मानवता के भले के लिए काम कर रहे थे."
डोनाल्ड ट्रंप का एडवर्ड स्नोडेन को लेकर अपना रवैया बदलना बड़ी बात है. स्नोडेन ने जब फाइलें लीक की थीं, तब ट्रंप ने उन्हें ऐसा 'जासूस' बताया था जिसे 'मार दिया जाना चाहिए.'
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