पाकिस्तान ने भले ही आतंकी सरगना हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा कर दिया हो, लेकिन उसके इस कदम से अमेरिका की भौहें तन गयी हैॆ. यही वजह है कि हाफिज की रिहाई के बाद व्हाइट हाउस ने आधिकारिक बयान जारी कर अपनी नाराजगी जताते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है.
अमेरिका की चिंता और चेतावनी
व्हाइट हाउस ने कहा है कि हाफिज सईद का रिहाई से छूटना, पाकिस्तान की तरफ से उसके खिलाफ कार्रवाई करने और मुकदमा चलाने की नाकामयाबी को साफ तौर पर जाहिर करता है. अपनी धरती को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह नहीं बनने देने और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बात करने वाले पाकिस्तान ने हाफिज सईद को रिहा कर बहुत ही चिंताजनक संकेत दिए है. अमेरिका ने कड़े शब्दों में कहा कि सईद की रिहाई की खबरें परेशान करने वाली है.
अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा के नेता हाफिज सईद से नजरबंदी हटाए जाने की भर्त्सना करता है और पाकिस्तान से मांग करता है कि वह तुरंत उसकी गिरफ्तारी करे. सईद की रिहाई पाकिस्तान के इस दावे को भी झुठलाती है कि वह अपनी धरती से आतंकवाद को संरक्षण नहीं देगा. अगर पाकिस्तान सईद को लेकर कोई कदम नहीं उठाता है और उसे उसके गुनाहों की सजा नहीं देता है तो यह भविष्य में पाकिस्तान की छवि पर बेहद खराब असर डालेगा. ट्रंप प्रशासन सईद की रिहाई को लेकर होने वाले असर पर नजर रख रहा है.”सारा सांडर्स, प्रेस सचिव, व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस के बयान में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप की दक्षिण एशिया पॉलिसी में साफ है किअमेरिका, पाकिस्तान के साथ एक रचनात्मक रिश्ते की उम्मीद करता है, लेकिन पाकिस्तान की जमीन पर अड्डा जमाए उन उग्रवादी और आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की भी अपेक्षा रखता है जो क्षेत्र के लिए खतरा हैं. सईद की रिहाई गलत दिशा में बढ़ाया गया कदम है. पाकिस्तान सरकार के पास अब हाफिज सईद को गिरफ्तार और आरोपित कर बिना भेदभाव के सभी तरह के आतंकवाद से लड़ने के प्रति गंभीरता प्रदर्शित करने का एक मौका है.
अमेरिका के इस कड़े रुख के बाद अब देखना ये होगा कि पाकिस्तान अमेरिका की चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेता है. बता दें कि अमेरिका ने हाफिज सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है.
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