अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले 3.5 लाख से ऊपर जा चुके हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वायरस संक्रमण को लेकर चीन पर कई बार निशाना साध चुके हैं. अपनी कई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वो कोरोना वायरस को 'चाइनीज वायरस' कह चुके हैं. ट्रंप WHO पर कोरोना वायरस संकट के दौरान चीन की 'तरफदारी' करने का आरोप लगा चुके हैं. अब एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति ने WHO पर हमला बोला है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा कि WHO ने बड़ी गलती की है. ट्रंप ने वैश्विक संगठन को 'चीन केंद्रित' भी करार दिया है.
WHO ने सच में गलती की. अमेरिका संगठन को सबसे ज्यादा फंड करता है लेकिन किसी वजह से वो काफी चीन केंद्रित है. हम इसे अच्छे से देखेंगे. अच्छा हुआ कि मैंने WHO की चीन के लिए अपने बॉर्डर खुले रखने की सलाह नहीं मानी थी. उन्होंने हमें ऐसी खराब सलाह क्यों दी?डोनाल्ड ट्रंप
पहले भी ट्रंप ने WHO पर लगाए थे आरोप
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी संगठन पर चीन की तरफ झुकाव रखने का आरोप लगा चुके हैं. 26 मार्च को ट्रंप ने कहा था कि WHO ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान चीन की 'तरफदारी' की है और इससे कई लोग खुश नहीं हैं.
अमेरिका में ट्रंप के अलावा कई सांसदों ने WHO पर सवाल उठाए हैं. संसद सदस्य और हाउस फॉरेन रिलेशन कमेटी के सदस्य माइकल मैककॉल WHO के डायरेक्टर तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसस की 'ईमानदारी' पर सवाल उठा चुके हैं. मैककॉल ने कहा था कि गेब्रेयसस के पहले चीन से संबंध रह चुके हैं.
वहीं सांसद ग्रेग स्टुबे WHO पर कोरोना वायरस महामारी के दौरान चीन का मुखपत्र होने का आरोप लगा चुके हैं.
अमेरिका में करीब 12,000 मौतें
अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगभग 4 लाख पहुंच गए हैं. वहीं संक्रमण से मरने वालों की तादाद करीब 12,000 हो गई है. न्यू यॉर्क शहर देश में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल है.
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