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Hellfire R9X मिसाइल क्या है, जिससे अल-कायदा के चीफ अल-जवाहिरी को मारा गया?

Hellfire R9X मिसाइल किस तरह से काम करती है?

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अमेरिका (America) ने दावा किया है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) में अल-कायदा (Al-Qaeda) के चीफ अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को उसने मार गिराया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने ऐलान किया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ड्रोन हवाई हमले में अल-कायदा के नेता, अयमान अल-जवाहिरी का कत्ल कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने Hellfire R9x मिसाइल से अल-जवाहिरी को मारा है. आइए जानते हैं कि Hellfire R9x मिसाइल क्या है और यह कैसे काम करती है.

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हेलफायर R9x क्या है?

The Week की रिपोर्ट के मुताबिक एजीएम-114 हेलफायर मिसाइलें हवा से जमीन पर मार करने वाली, लेजर गाइडेड, सबसोनिक मिसाइलें हैं, जिनमें टैंकरोधी क्षमता काफी अधिक होती है. हेलफायर मिसाइल के कई वेरिएंट हैं, जो इसके सिस्टम गाइडेंस और इसकी फिजिकल वेरिएशन पर निर्भर करता है.

हेलफायर मिसाइलों की लाइन में हेलफायर R9X एक नयी मिसाइल है, जो अपने टारगेट को मारने के लिए कम के कम नुकसान के साथ पॉप-आउट स्वॉर्ड ब्लेड का उपयोग करती है.

Al Arabia की रिपोर्ट के मुताबिक यह ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हेलफायर मिसाइल का प्रकार हो सकता है.

Wall Street Journal की रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर R9X मिसाइल को ओबामा की सरकार के दौरान विकसित किया गया था, जिसमें यह ध्यान दिया गया था कि इसके प्रयोग के दौरान नागरिक हताहतों की संख्या कम से कम हो.

यह मिसाइल एक अलग तरह के पेलोड (Payload) से बनी हुई है, जिसमें लंबे ब्लेड्स को रखा जाता है. यह मिसाइल टारगेट किए गए स्थान पर अपना बहुत कम ही निशान छोड़ती है.

R9X मिसाइल को निंजा बम भी कहा जाता है और इसका वजन लगभग 45 किलो है. इन मिसाइलों को अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन हेलीकॉप्टरों और विमानों से भी लॉन्च किया जा सकता है. इन मिसाइलों की सीमा 500 मीटर से 11 किलोमीटर तक होती है.

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