वाशिंगटन, 16 मार्च (भाषा) अमेरिका में प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी चिकित्सा समुदाय ने कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के कदमों की सराहना की है।
अमेरिका में वायरस के चलते 69 लोगों की जान चली गई है और 3,700 से अधिक लोग संक्रमित हैं।
अमेरिकी-भारत संबंधों के समर्थक अल मासोन के जरिए एक बयान में अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ऑरिजन (एएपीआई) के पूर्व अध्यक्ष डॉ.नरेंद्र कुमार ने कहा, “कोरोना वायरस की स्थिति से सक्रियता से निपटने का ट्रंप प्रशासन का तरीका सराहनीय है।”
अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टरों की तादाद 1,00,000 के करीब है।
ग्लोबल रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट, एजुकेशनल एंड हॉस्पिटल के सलाहकार मासोन ने बताया कि संकट के मद्देनजर बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक हर वक्त काम कर रहे हैं।
डॉक्टर कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस टास्क फोर्स ने बीमारी को फैलने से रोकने के लिए तथा और अधिक बुरी स्थिति से बचने के लिए सभी जरूरी संसाधनों का इस्तेमाल किया है।
प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित डॉ कुमार ने कहा कि सीमाओं को बंद करना, यात्रा प्रतिबंध एवं अन्य पाबंदियों के साथ ही राष्ट्रीय आपदा की घोषणा तक सबकुछ उचित ढंग से किया गया।
ह्यूस्टन के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. फ्रीमू वर्गीस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन “बहुत प्रभावी” तरीके से कोरोना वायरस से निपट रहा है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि राष्ट्रीय आपदा जैसी घोषणा, देश भर में जांच किट उपलब्ध कराना और टीके एवं ड्रग थेरेपी विकसित करना लोक स्वास्थ्य की इस चुनौती से सफलतापूर्वक निपटेगा।
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