एक तरफ अमेरिकी दौरे पर गए भारत के पीएम मोदी वहां के राष्ट्रपति के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात कर रहे थे तो दूसरी तरफ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) ने एक इंटरव्यू में भारत और पीएम मोदी को लेकर बड़ी बात कह दी. ओबामा ने कहा कि अगर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं की जाती है, तो भारत में एक एक समय आएगा जब बिखराव आने लगेगा.
CCN को दिए गए इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि "मैंने जलवायु परिवर्तन सहित कई मुद्दों पर मोदी के साथ काम किया है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र के बारे में चिंता व्यक्त करना भी कूटनीतिक बातचीत में शामिल होना चाहिए."
"हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा ध्यान देने योग्य है. अगर मेरी पीएम मोदी से बातचीत होती, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मेरे तर्क का एक हिस्सा यह होता कि अगर आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत में एक मोड़ पर बिखराव आने लगेगा. हमने देखा है कि जब इस प्रकार के बड़े आंतरिक संघर्ष होने लगते हैं तो क्या होता है."बराक ओबामा, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति
बराक ओबामा ने भारत के अलावा दुनिया के कुछ अन्य देशों के लोकतांत्रिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी बात की.
उन्होंने आगे कहा कि "अमेरिका और दुनिया भर में लोकतांत्रिक संस्थाएं 'अस्थिर' हो गई हैं, और यह अमेरिकी नेताओं पर निर्भर है कि वे आने वाले वक्त में उन्हें बनाए रखने के तरीके खोजें.
यूक्रेन की संप्रभुता सुनिश्चित करने के लिए पश्चिमी देशों की कोशिश लोकतंत्र की लंबे वक्त तक की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.
बराक ओबामा ने कहा कि "अभी भी ऐसे संकेत हैं कि लोकतांत्रिक मानदंडों का खात्मा हो रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि आर्थिक और सामाजिक असमानताएं आगे बढ़ते हुए स्वस्थ लोकतंत्र को बनाए रखना कठिन बना देंगी.
"मुझे विश्वास है कि अगर हम इसके लिए लड़ेंगे तो लोकतंत्र की जीत होगी. हमारी मौजूदा लोकतांत्रिक संस्थाएं सही नहीं हैं और हमें उनमें सुधार करना होगा."
ओबामा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ इशारा करते हुए कहा कि "हमारे पास एक पूर्व राष्ट्रपति हैं, जिन्हें अभियोजकों द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देना है. यह इस बात का सबूत है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और आरोपों को अब अदालती प्रक्रिया के माध्यम से सुलझाया जाएगा."
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