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ओबामा की हाफ गर्लफ्रेंड! बायोग्राफी में पहले इश्क की खुशबू

ओबामा ने उस लड़की से सिर्फ इसलिए शादी नहीं की क्योंकि वो गोरी थी?

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हाफ गर्लफ्रेंड और बराक ओबामा... उनकी बायोग्राफी में एक रिश्ते को कुछ यूं ही बयां किया गया है. एक ऐसा रिश्ता जिसमें ओबामा खुश थे, पूरी तरह से इश्क में थे लेकिन उन्हें उस रिश्ते को तोड़ना पड़ा, ब्रेक-अप करना पड़ा क्योंकि ओबामा के सपने बड़े थे, महत्वाकाक्षाएं राह का रोड़ा बन गईं.

हां, मिशेल से पहले ओबामा को इश्क हुआ था, बात शादी तक पहुंची थी लेकिन बीच में राजनीति आ गई.

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की जीवनी लिखी गई है, जिसमें उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ ऐसे किस्सों का जिक्र है जो कम ही लोग जानते हैं. मशहूर लेखक डेविड जे गैरो की किताब राइजिंग स्टार में ओबामा के जीवन के कई अनछुए पहलुओं पर चर्चा की गई है.

बराक ओबामा पर अबतक तीन किताबें लिखी गई थीं, बराक ओबामा द स्टोरी में डेविड मारानिस ने दिखाया कि ओबामा कौन हैं, रीडिंग ओबामा में जेम्स टी कोप्परबर्ग ने समझाया कि ओबामा सोचते कैसे हैं और द ब्रिज में डेविड रेमनिक ने बताया कि ओबामा का मतलब क्या है? अब एक नई किताब राइजिंग स्टार में लेखक डेविड जे गेरौ ये सब बताना चाहते हैं लेकिन साथ में काफी कुछ और बताते हैं. वो हमें बताते हैं कि ओबामा को काफी पहले से ही पता था कि एक दिन उन्हें देश की कमान संभालनी है और इसके लिए वो पर्सनल और प्रोफेशनल त्याग करते गए.
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डेविड ने अपनी किताब में पहली बार ये खुलासा किया है कि मिशेल से मुलाकात के सालों पहले ओबामा की जिंदगी में एक लड़की थी , जिससे वो बेइंतहा प्यार करते थे. उस महिला का नाम शीला मियॉशी जेगर है, जो अब ओबेरलिन कॉलेज में एक प्रोफेसर हैं.

किताब के मुताबिक, बात 1986 के सर्दियों की है. शीला और ओबामा कॉलेज में साथ होते हैं, दोस्ती काफी गहरी होती है, और फिर ओबामा शीला के मम्मी-पापा से मिलने गए और वहीं उन्होंने शादी का प्रपोजल रखा.

शीला के मम्मी पापा ने शादी के लिए मना कर दिया, इसलिए नहीं कि ओबामा ब्लैक थे, या फिर उनका करियर सुरक्षित नहीं था, बल्कि इसलिए क्योंकि शीला ओबामा से 2 साल छोटी थीं. लेकिन फिर भी दोनों साथ रहे.

किताब में आगे जिक्र होता है साल 1987 का. द राइजिंग स्टार के लेखक से शीला ने 25 साल के ओबामा में अजीब बदलाव का जिक्र किया.

1987 के शुरुआती महीनों में मुझे बराक में कुछ बदलाव नजर आने लगा, वो अचानक से बहुत महत्वाकांक्षी हो गया था. मुझे अच्छे से याद है कि ये बदलाव कब हुआ. मुझे याद है कि हमारे रिश्ते को एक साल हुआ था और 1987 में वो राष्ट्रपति बनने के सपने देखने लगा था.
शीला मियॉशी जेगर

इस किताब में लेखक डेविड जे गैरो ये भी लिखते हैं कि राष्ट्रपति बन चुकी शख्सियतों में इस तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं, लेकिन ओबामा का मामला उलझा हुआ था. ओबामा के मन में ये बात बैठ गई थी कि अमेरिका के नेतृत्व के लिए उन्हें अफ्रीकन अमेरिकन कार्ड का इस्तेमाल करना होगा.

शिकागो में ब्लैक राजनीतिज्ञों के लिए एक गैर- अफ्रीकन- अमेरिकन पत्नी एक बोझ हो सकती है. डेविड जे गैरो जाने- माने राजनीतिज्ञ रिचर्ड न्यूहाउस जूनियर का जिक्र करते हुए बताते हैं कि उन्होंने शादी एक गोरे मेम से की और फिर शहर भर में यही चर्चा होती रही कि, ‘बात तो वो ब्लैक्स की करते हैं लेकिन सोते एक गोरी के साथ हैं’. कई राजनीतिज्ञों ने भी ये माना है कि ब्लैक्स और व्हाइट्स की शादी पॉलिटिकल करियर के लिए अच्छा नहीं.

शीला और ओबामा की मुलाकातों और बातों में अब रंगभेद और राजनीति का बोलबाला था. शादी की बात टलती चली गई, किताब में अोबामा के एक दोस्त के हवाले से कहा गया है कि, दोनों के रिश्तों में दरार पड़ चुकी थी, अगर मैं एक व्हाइट वुमेन को डेट कर रहा हूं तो मेरा कोई भविष्य नहीं, पार्टी में झगड़े भी होते थे लेकिन फिर भी ओबामा और शीला के रिश्ते का द एंड अभी नहीं हुआ था. वो अभी भी दिल और दिमाग के बीच फंसे हुए थे.

और फिर...

ओबामा अब हार्वर्ड लॉ स्कूल जा रहे थे, और कुछ दिन पहने उन्होंने शीला को अपने साथ आने और शादी करने को कहा, शीला कहती हैं कि मुझे पता था कि उसे दुख हो रहा है और अलग होने के गम में वो ऐसा कह रहा है, हमारे रिश्ते का कोई भविष्य नहीं था. और फिर दोनों की राहें अलग हो गईं.

शिकागो की एक लॉ फर्म में मिशेल रॉबिनसन से ओबामा की मुलाकात हुई. मिशेल वहां काम करती थीं और ओबामा समर एसोसिएट थे. दोस्ती जल्दी ही प्यार में बदल गई और दोनों एक दूसरे को लेकर सीरियस हो गए. इत्तेफाक से शीला भी जल्द ही हार्वर्ड टीचिंग फेलॉशिप पर आ गईं.

बराक और शीला 1990-91 के अकेडमिक ईयर में एक दूसरे से मिलते रहे. शीला कहती हैं कि उन्हें ये सब बुरा भी लगता था....

और फिर ओबामा ने मिशेल से शादी कर ली. शीला से संपर्क टूट गया, कभी कभार ओबामा शीला को खत लिखा करते थे (जैसे कि 9/11 हमले के बाद) और एक बार फोन भी किया था कि क्या किसी बायोग्राफर ने उनसे संपर्क तो नहीं किया.

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