चीन से शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी आज पूरी दुनिया में फैली हुई है. हालांकि, चीन में इस पर लगभग काबू पा लिया गया है, लेकिन बाकी दुनिया अभी भी इससे जूझ रही है. इस बीच चीन की राजधानी बीजिंग में स्वास्थ्य अधिकारीयों ने मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. अब लोगों को घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना जरूरी नहीं है.
ऐसा फैसला कोरोना वायरस के मामलों में आई कमी को देखते हुए लिया गया है. बीजिंग में लगातार 13 दिन से एक भी नया संक्रमण का मामला रिपोर्ट नहीं हुआ है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि अनिवार्यता खत्म होने के बाद भी 21 अगस्त को बीजिंग में बड़ी संख्या में लोग मास्क पहने दिखाई दिए. कुछ लोगों ने कहा कि मास्क से उन्हें सुरक्षित महसूस होता है, वहीं कई लोगों का कहना था कि मास्क पहनने का एक सामाजिक दबाव सा है.
मुझे लगता है कि मैं कभी भी मास्क हटा सकती हूं, लेकिन मुझे देखना होगा कि क्या दूसरे लोग इसे मंजूर करते हैं. क्योंकि मुझे डर है कि लोग बिना मास्क के देखकर परेशान हो सकते हैं.एक 24 वर्षीय महिला ने रॉयटर्स से कहा
दूसरी बार गाइडलाइन में छूट
ऐसा दूसरी बार हुआ है जब बीजिंग के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मास्क पहनने से संबंधित गाइडलाइन में छूट दी है. राजधानी बीजिंग में दो बार लॉकडाउन लगाया गया था.
अप्रैल के अंत में बीजिंग के म्युनिसिपल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने कहा था कि शहर के निवासी घर से बाहर बिना मास्क लगाए जा सकते हैं. हालांकि, ये छूट जून में वापस ले ली गई थी, जब शहर के दक्षिणी इलाके में संक्रमण के नए केस सामने आने लगे थे.
चीन मेनलैंड में पांच दिनों से लोकली ट्रांसमिट हुआ एक भी मामला नहीं आया है. चीन ने बीजिंग, शिनजियांग और बाकी कई जगहों पर सफलतापूर्वक संक्रमण को काबू में किया है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि संक्रमण रोकने में चीन की सफलता के पीछे स्थानीय नियमों का सख्ती से पालन है, जिसमें मास्क पहनना, अनिवार्य होम क्वॉरंटीन और मास टेस्टिंग में हिस्सा लेना शामिल है.
मेनलैंड चीन में 20 अगस्त को अधिकारियों ने 22 इंपोर्टेड केस रिपोर्ट किए और अपने बॉर्डर गैर-चीनी नागरिकों के लिए बंद कर दिए हैं. चीन में अभी तक लगभग 85,000 केस सामने आ चुके हैं.
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