अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं भारतीय मूल की पहली सांसद प्रमिला जयपाल ने अप्रवासियों के लिए पूरी सुविधाओं के साथ एक बड़ी राहत पैकेज की मांग की है और साथ में जरूरतमंद कामगारों को नागरिकता दिलाए जाने का भी मार्ग प्रशस्त किया है. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
द अमेरिकन बाजार ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में कहा, पिछले हफ्ते आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कांग्रेशनल प्रोग्रेसिव कॉकस की अध्यक्ष जयपाल ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रगतिशील कामों के लिए काफी अच्छा प्रयास किया है, लेकिन अमेरिकियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उनके द्वारा प्रस्तावित राहत पैकेज 1900 अरब डॉलर, 3000 या 4000 अरब डॉलर होनी चाहिए थी.
अमेरिका रेस्क्यू प्लान में 1900 अरब डॉलर होंगें खर्च
बाइडेन के 1900 अरब डॉलर के 'अमेरिका रेस्क्यू प्लान' में 400 अरब डॉलर का उपयोग कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए किया जाएगा, जिसमें टेस्टिंग और वैक्सीनेशन केंद्र जैसी चीजें होंगी . 1000 अरब डॉलर का फंड डायरेक्ट सपोर्ट के रूप में बांटे जाएंगे और 400 अरब डॉलर का उपयोग कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित छोटे व्यवसायों और समुदायों के लिए किया जाएगा.
डेमोक्रेट्स के उत्साह दिखाए जाने के बावजूद भी कुछ रिपब्लिकन सीनेटरों ने 2000 अरब डॉलर के प्राइस टैग पर अपना विरोध जताया, क्योंकि दिसंबर, 2020 में 900 अरब डॉलर के बिल को मंजूरी दिलाए जाने के बाद उनका मकसद इस आर्थिक राहत पैकेज को थोड़ा कम करना था.
द अमेरिकन बाजार ने प्रमिला के बयान के हवाले से कहा, "यह कोई सामान्य वक्त नहीं है। बस, हम इसे सामान्य दिखाए जाने का प्रयास कर रहे हैं."
“रिपब्लिकन पार्टी के प्रति मेरा सब्र सीमित है. वे चिंता जताते हैं और एकता व आगे बढ़ने जैसी बाते करते हैं. मगर उनकी ही पार्टी के नेता ने बगावत की थी, लेकिन फिर भी कई लोगों ने उनका समर्थन करना जारी रखा.”
प्रमिला जयपाल ने आगे यह भी कहा, "बाइडेन ने जहां से शुरुआत की है, उसे देखकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है. उन्हें अभी एक लंबा सफर तय करना है."
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