ब्रिेटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस को लेकर बड़ा बयान दिया है. जॉनसन ने कहा कि रूस "1945 के बाद से अब तक के सबसे बड़े युद्ध की तैयारी कर रहा है."
बीबीसी से बात करते हुए जॉनसन ने कहा कि रूस इस तरीके का हमला करना चाहता है, जिससे वो यूक्रेन की राजधानी कीव को तक घेर ले. लोगों को यह समझने की जरूरत है कि इसकी कितनी बड़ी इंसानी कीमत हो सकती है."
दो तरफा हमला कर सकता है रूस
बोरिस जॉनसन ने कहा है कि रूस ना केवल डोंबास की सीमा की तरफ से हमला करेगा, बल्कि वह बेलारूस की तरफ से भी आ सकता है. जॉनसन ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि रूस बेलारूस की तरफ से राजधानी कीव को घेरने की कोशिश करेगा. बेलारूस के इलाके से कीव की दूरी कम है.
बता दें अमेरिका के हालिया अनुमानों के मुताबिक यूक्रेन की बॉर्डर पर रूस ने 1,69,000 से 1,90,000 सैनिकों की तक तैनाती की है. यह सारी तैनाती रूस और उसके पड़ोसी बेलारूस में की गई है.
रूस ने किया हथियारों का अभ्यास
शनिवार, 19 फरवरी को रूसी सेना ने न्यूक्लियर ड्रिल की और अपने लेटेस्ट हाइपरसोनिक, क्रूज और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. खास बात है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ क्रेमलिन के सिचुएशन रूम से बैलिस्टिक मिसाइलों के लॉन्च वाले इस सैन्य अभ्यास को देख रहे थे.
बैलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च करने के बाद रूस ने एक बयान में कहा कि "सभी मिसाइलों ने अपने टारगेट पर निशाना साधा”.
रूस ने यह भी जानकारी दी है कि इस सैन्य अभ्यास में टीयू -95 बॉम्बर्स और पनडुब्बी भी शामिल थे. रूस में चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वालेरी गेरासिमोव ने टेलीविजन पर प्रसारित कमेंट में पुतिन को बताया कि
"इन अभ्यासों का मुख्य उद्देश्य दुश्मन को तय तौर पर निशाना बनाने के लिए हमारे सेना के प्रदर्शन को बेहतर करना है."
पढ़ें ये भी: यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र- 1-1.5 लाख की फ्लाइट, सरकार हमें यहां से निकाले
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)