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Canada election का इंडियन कनेक्शन-PM की रेस में NRI समेत ये 5 लोग

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं

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कनाडा (Canada) की जनता 20 सितंबर को देश की 44वीं संसद का चुनाव (federal elections) करने जा रही है. पांच हफ्तों के धुआंधार चुनाव प्रचार के बाद सबकी नजर कनाडा के अलगे संभावित प्रधानमंत्री के चेहरों पर है. भारत के लिए भी "मिनी पंजाब" कहे जाने वाले कनाडा का संसदीय चुनाव खास है क्योंकि संभावित पीएम की रेस में एक NRI भी शामिल हैं.

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गौरतलब है कि 15 अगस्त को मौजूदा प्रधान मंत्री और सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के नेता जस्टिन ट्रूडो ने मध्यावधि चुनाव का ऐलान कर दिया था. उनकी पार्टी 2019 में हाउस ऑफ कॉमन्स (लोकसभा जैसी) में 170 के बहुमत के निशान से 13 सीट पीछे थी.

मध्यावधि चुनाव का यह दांव उसी अल्पसंख्यक सरकार को बहुमत में बदलने का प्रयास माना जा रहा है. लेकिन नवीनतम एग्जिट पोल के अनुसार, लिबरल पार्टी और प्रमुख विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के बीच का अंतर इतना कम है कि चुनाव के परिणाम अप्रत्याशित हो सकते हैं.

ऐसे में “कौन होगा कनाडा का अगला मुख्यमंत्री” का सवाल रोचक हो जाता है. नजर डालते हैं कनाडा के प्रमुख पार्टियों के उन नेताओं पर जो इस सवाल के जवाब की अनिश्चितता में अपना भविष्य देख रहे हैं:

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जस्टिन ट्रूडो

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं

48 वर्षीय जस्टिन ट्रूडो कनाडा के मौजूदा और 23वें प्रधानमंत्री हैं. अक्टूबर 2019 में कनाडा के पिछले आम चुनाव में उनकी लिबरल पार्टी ने 338 सीटों वाली हाउस ऑफ कॉमन्स 157 सीटों वाली अल्पसंख्यक सरकार बनायी थी. प्रधानमंत्री के तौर पर जस्टिन ट्रूडो का यह दूसरा कार्यकाल है.

2013 में लिबरल पार्टी के सिरमौर बनने वाले ट्रूडो, पहली बार 2015 में प्रधान मंत्री बने. स्टीफन हार्पर के नेतृत्व वाली में लगभग एक दशक तक सत्ता में रही कंजर्वेटिव पार्टी को हराकर लिबरल पार्टी ने उस वर्ष चुनाव में बहुमत हासिल किया था.

PM जस्टिन ट्रूडो ने इस महीने के मध्यावधि चुनाव का ऐलान इस उम्मीद में किया कि उनकी सरकार COVID-19 महामारी से निपटने और उससे संबंधित आर्थिक प्रोत्साहन योजना को अपने लिए संसदीय बहुमत में बदल लेगी. लेकिन उन्हें प्रचार अभियान के दौरान गुस्से का सामना करना पड़ रहा है जिसका प्रभाव स्पष्ट रूप से एग्जिट पोल पर भी दिख रहा.

प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो को एरिन ओ'टोल के नेतृत्व वाले कंजरवेटिव पार्टी से कड़ी टक्कर मिल रही है जबकि जगमीत सिंह के नेतृत्व में वामपंथी न्यू डेमोक्रेट लगभग 20 प्रतिशत समर्थन के साथ तीसरे स्थान पर हैं.

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एरिन ओ'टोल

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं

एरिन ओ'टोल कनाडा के प्रमुख विपक्षी पार्टी, कंजर्वेटिव पार्टी के आधिकारिक नेता हैं. 2019 के चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी की हार और तत्कालीन नेता एंड्रयू स्कीर के इस्तीफे के बाद, ओ'टोल 2020 में पार्टी के सुप्रीमो बने.

COVID-19 पर ओ'टोल ने कहा है कि वह कनाडा के राज्यों के साथ एक देशव्यापी प्रूफ-ऑफ-वैक्सीनेशन सिस्टम को लागू करने के लिए काम करेंगे. हालांकि उन्होंने संघीय कर्मचारियों के लिए अनिवार्य वैक्सीनेशन का विरोध किया है और कंजर्वेटिव उम्मीदवारों के लिए वैक्सीन लगाने को अनिवार्य नहीं किया है.

जगमीत सिंह

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं

जगमीत सिंह कनाडा की वामपंथी, न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता हैं. NDP के पास मौजूदा संसद में चौथी सबसे अधिक सीटें हैं.

42 वर्षीय सिख नेता, जगमीत सिंह 2017 में NDP के सुप्रीमो बने थें. इस तरह जगमीत सिंह कनाडा में एक संघीय पार्टी के पहले अल्पसंख्यक नेता बने. इससे पहले जगमीत सिंह ने ओंटारियो NDP के उप नेता के रूप में कार्य किया था.

NDP ने सभी संघीय कर्मचारियों के लिए $20 न्यूनतम वेतन और 10 दिनों के वेतन के साथ बीमारी अवकाश देने का चुनावी वादा किया है.

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वीस फ्रेंकोइस ब्लैंचेट

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं

वीस फ्रेंकोइस ब्लैंचेट ब्लॉक क्यूबेकॉइस पार्टी के नेता हैं. ब्लॉक क्यूबेकॉइस ऐसी पार्टी जो सिर्फ क्यूबेक (क्षेत्र के अनुसार कनाडा का सबसे पड़ा प्रांत) से अपने उम्मीदवारों को उतारती है और संघीय स्तर पर इस फ्रांसीसी-भाषी प्रांत के हितों को बढ़ावा देने के लिए "एकमात्र पार्टी" होने का दावा करती है.

पार्टी का कहना है कि वह क्यूबेक में नए अप्रवासियों को कनाडा की नागरिकता देने के लिए पर्याप्त फ्रेंच भाषा जानने की शर्त रखने के लिए एक बिल पेश करेगी.

एनामइ पॉल

कनाडा चुनाव पर भारतीयों की खास नजर है क्योंकि इसमें 46 अप्रवासी भारतीय चुनाव लड़ रहे हैं


एनामइ पॉल ग्रीन पार्टी की लीडर हैं. पॉल किसी संघीय पार्टी का नेतृत्व करने वाली पहली अश्वेत कनाडाई और यहूदी महिला हैं. 48 वर्षीय एनामइ पॉल ने पिछले साल पार्टी का नेतृत्व अपने हाथ में लिया.

ग्रीन पार्टी ने 2019 के पिछले संघीय चुनाव में तीन सीटों पर कब्जा किया था. ग्रीन पार्टी ने आगामी चुनाव में भी हर सीट पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा नहीं कर रही.

चुनावी वादे में पार्टी का मुख्य फोकस पर्यावरण पर है. ग्रीन पार्टी वर्ष 2030 तक 2005 के स्तर से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 60 प्रतिशत तक कम करना चाहती है.

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क्या NRI साबित होंगे कनाडा में किंगमेकर ?

भारतीय मूल के लोग कनाडा की आबादी का केवल 4 प्रतिशत हिस्सा हैं, फिर भी भारतीय-कनाडाई लोगों को व्यापक रूप से इस उत्तरीे- अमेरिकी देश में आर्थिक, और अब राजनीतिक, विकास में एक मजबूत ताकत के रूप में मान्यता दी गई है.

वर्तमान में हाउस ऑफ कॉमन्स के 338 सदस्यों में से 22 भारतीय मूल के हैं, जिनमें तीन कैबिनेट सदस्य भी शामिल हैं. इन 22 भारतीय मूल के सांसद में से 18 सांसद सिख समुदाय से थे.

भारतीय मूल के लोगों की राजनीति पर पकड़ का ही नतीजा है कि सभी पांच प्रमुख पार्टियों ने इंडो-कैनेडियन उम्मीदवार उतारे हैं. जिनमें से अधिकतम पीएम जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी से हैं-17. इसके बाद 13 कंजर्वेटिव पार्टी और 10 उम्मीदवार न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से लड़ रहे हैं. पीपुल्स पार्टी ऑफ कनाडा और ग्रीन पार्टी ने इस साल के चुनाव के लिए क्रमश: पांच और एक उम्मीदवार उतारे हैं.

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