कनाडा में करीब एक महीने से जारी ट्रक ड्राइवरों (Canada Truck Drivers Protests) का विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया है. 20 फरवरी को पुलिस ने कनाडा की राजधानी ओटावा को सुरक्षित किया और इसी के साथ सरकार के वैक्सीन जनादेश के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों का प्रदर्शन खत्म हुआ.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच ये गतिरोध करीब दो दिन चला. 19 फरवरी को, प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने पेपर स्प्रे और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया, और संसद के सामने के ज्यादातर हिस्से को साफ कर दिया.
NYT की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने करीब 170 लोगों को गिरफ्तार किया और संसद बिल्डिंग के सामने से 46 गाड़ियों को हटाया.
क्या थी ट्रक ड्राइवरों की मांग?
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कनाडा सरकार ने वैक्सीनेशन को सभी के लिए अनिवार्य किया है. सभी ट्रक ड्राइवरों को बॉर्डर क्रॉस करने के लिए अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना होगा. ट्रक ड्राइवर्स इसी जनादेश का विरोध कर रहे थे. हजारों ट्रक ड्राइवरों ने 'फ्रीडम कॉन्वॉय' नाम से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
ट्रक ड्राइवरों ने सड़क पर किया था कब्जा
कनाडा में हजारों ट्रक ड्राइवरों ने सड़क पर कब्जा कर लिया था. सैकड़ों ट्रक और गाड़ियों के साथ उन्होंने सिटी सेंटर को ब्लॉक कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने अपने अपने लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर रखी थीं, जिससे उन्हें आंदोलन के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
PM ट्रूडो ने लगाया था इमरजेंसी एक्ट
प्रदर्शन खत्म करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 14 फरवरी को इमरजेंसी एक्ट लागू किया था. प्रदर्शन को इकनॉमी के लिए नुकसान और पब्लिक सेफ्टी के लिए खतरा बताते हुए ट्रूडो ने कहा था, "हम अवैध और खतरनाक गतिविधियों को जारी रखने की अनुमति नहीं दे सकते हैं और न ही देंगे."
कनाडा के इतिहास में ये दूसरी बार है जब इस एक्ट को लागू किया गया था.
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