चीन ने विवादास्पद दक्षिण चीन सागर में मिसाइल तैनाती के अपने कदम का समर्थन किया है. चीन ने कहा है कि इस इलाके में उसकी संप्रभुता पर कोई विवाद नहीं है. दक्षिण चीन सागर पर कब्जे को लेकर चीन का वियतनाम, फिलीपींस, मलयेशिया, ब्रुनेई और ताईवान से विवाद है. ये देश भी दक्षिण चीन सागर पर अपने कब्जे का दावा करते हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयांग ने कहा
स्पार्टली द्वीपसमूह और इससे जुड़े द्वीपों की संप्रभुता पर कोई विवाद नहीं है. चीन इस द्वीप मेंअपनी सारी गतिविधियां अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए कर रहा है.हुआ चुनयांग, प्रवक्ता - विदेश मंत्रालय
चीन ने साउथ चाइना में तैनात की क्रूज मिसाइलें
चीन के प्रवक्ता के इस बयान से उसने लगभग इस बात की पुष्टि कर दी है कि द्वीप पर उसने मिसाइल की तैनाती की है. हुआ ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में अन्य पक्षों को इसे लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्हें इसे निष्पक्ष तौर पर देखना चाहिए.
अमेरिकी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में क्रूज मिसाइलें और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की है. चीन ने अपनी तीन आउटपोस्ट पर मिसाइलों की तैनाती की है. खबरों के मुताबिक मिसाइलें 30 दिन के अंदर कई अहम ठिकानों पर पहुंचा दी गई हैं
चीन का बड़ा सैन्य अभ्यास
अप्रैल में चीनी सेना ने विवादास्पद दक्षिण चीन सागर में अब तक सबसे बड़ा समुद्री अभ्यास किया था. इसमें इसने पहली बार एयरक्राफ्ट कैरियर पोतों का प्रदर्शन किया था. इसके साथ चीनी सेना के अब तक सबसे अत्याधुनिक हथियारों को भी प्रदर्शन किया गया था.
चीनी सेना ने अपनी सैन्य ताकत उस वक्त दिखाई है जब अमेरिका उसे लगातार चेतावनी दे रहा है. अमेरिका का कहना है कि दक्षिण चीन सागर में फ्री नेविगेशन को चीन प्रभावित नहीं कर सकता है. बहरहाल चीन स्पार्टली द्वीप के आसपास के इलाकों को लेकर काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए है. दक्षिण चीन सागर काफी एनर्जी रिसोर्स हैं और चीन की इस पर नजर है. इसके अलावा यहां बड़ी तादाद में मछलियों का भंडार है. साध ही काफी व्यस्त शिपिंग मार्ग है.
ये भी पढ़ें - चीन के दबाव में भारत ने फौज पर बढ़ाया खर्च, टॉप फाइव में शामिल
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)