जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के भारत के फैसले पर चर्चा के लिए 16 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ‘क्लोज डोर’ बैठक होगी. इसके पहले चीन ने ही कश्मीर मुद्दे पर UNSC की बैठक बुलाने की मांग की थी. एक वरिष्ठ राजनयिक ने AFP को ये जानकारी दी है. पिछली बार 1965 में कश्मीर मसले पर सुरक्षा परिषद की पूर्ण बैठक में चर्चा हुई थी.
चीन के करीबी सहयोगी पाकिस्तान ने इस बारे में अगस्त महीने में सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष पोलैंड को लेटर लिखा था. UNSC में कश्मीर मामले पर चर्चा ऐसे वक्त हो रही है जब हॉन्ग कॉन्ग में 10 हफ्तों से चल रहे लोकतंत्र समर्थकों के प्रदर्शन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, हॉन्ग कॉन्ग मसले पर संयुक्त राष्ट्र ने अहम बैठक बुलाने का फैसला किया है.
राजनयिक ने कहा, ‘‘चीन ने सुरक्षा परिषद की कार्यसूची में शामिल ‘भारत-पाकिस्तान सवाल’ पर चर्चा की मांग की है. यह मांग पाकिस्तान की ओर से सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को लिखे लेटर के संदर्भ में की गई है.’’बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि उनके देश ने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के मुद्दे पर चर्चा के लिए UNSC की आपात बैठक बुलाने की औपचारिक मांग की है.
राजनयिक ने बताया कि चीन ने भी UNSC की बैठक बुलाने के लिए औपचारिक रूप से अनुरोध किया है, लेकिन पोलैंड को बैठक की तारीख और समय तय करने से पहले दूसरे सदस्यों से सलाह लेनी होगी.
अधिकारी ने कहा कि अभी तक बैठक के समय को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं किया है पर शुक्रवार की सुबह सबसे नजदीकी विकल्प है.
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ हुई द्विपक्षीय मुलाकात में साफ किया था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने का फैसला भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा था कि यह बदलाव बेहतर प्रशासन और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए है और फैसले का असर भारत की सीमाओं और चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर नहीं पड़ेगा.
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