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चीन की इस ‘शौचालय क्रांति’ के बारे में कितना जानते हैं आप?

टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चीन ‘शौचालय क्रांति’ की ओर तेजी से बढ़ रहा है.

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अगर देश में पर्यटन को बढ़ावा देना है, तो सार्वजनिक शौचालयों के स्तर और संख्या में इजाफा करना होगा. ये बात चीन बखूबी समझने लगा है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पर्यटन क्षेत्र में शौचालय क्रांति से जुड़े कामों में हासिल हुई उपलब्धियों को लेकर कहा है कि पिछले दो साल में इस दिशा में जो काम हुए हैं, उन्हें जारी रखने की जरूरत है.

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क्या है ये शौचालय क्रांति?

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का कहना है कि देश को 'शौचालय क्रांति' के अभियान के तहत सार्वजनिक शौचालयों को अपग्रेड करना जारी रखना चाहिए ताकि घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सोमवार को शी के हवाले से बताया-

स्वच्छ शौचालयों का निर्माण शहरी और ग्रामीण सभ्यता को बढ़ावा देने की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है. सार्वजनिक शौचालयों के सुधारीकरण के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा कोशिश की जानी चाहिए ताकि लोगों के जीवन में सुधार हो सके.”  
शी जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति 
टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चीन ‘शौचालय क्रांति’ की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
घरेलू पर्यटन की छवि सुधारने के लिए पब्लिक टॉयलेट्स को सुधारा जा रहा है
(फोटो: रॉयटर्स)
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि चीन को ‘शौचालय क्रांति’ के साथ बेहतर सार्वजनिक सुविधाएं और सेवाएं मुहैया करानी चाहिए ताकि टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सके.   
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आंकड़ों में दम है

चीन के राष्ट्रीय पर्यटन प्रशासन ने साल 2018 से 2020 तक देशभर के पर्यटन स्थलों पर 64,000 शौचालयों के निर्माण और अपग्रेडेशन के लिए पिछले महीने एक योजना शुरू की थी. चीन में साल 2015 में 'शौचालय क्रांति' की शुरुआत हुई थी और तब से चीन के पर्यटन उद्योग ने 68,000 शौचालयों की मरम्मत और अपग्रेड करने का काम किया है.

टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चीन ‘शौचालय क्रांति’ की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
अपग्रेड किया हुआ चीन का एक पब्लिक टॉयलेट
(फोटो: AP)
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खराब छवि को सुधारने की कोशिश

चीन के ज्यादातर पर्यटन स्थलों के सार्वजनिक शौचालयों की छवि सैलानियों के बीच काफी खराब है. यहां टूरिस्ट अक्सर नाकाफी और गंदे टॉयलेट के अलावा सफाईकर्मियों की कमी की शिकायत भी करते हैं. लेकिन चीन की नयी नीति के तहत अब इस स्थिति को सुधारने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है.

टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चीन ‘शौचालय क्रांति’ की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
चीन में अब इस तरह के साफ सुथरे पब्लिक टॉयलेट पर जोर
(फोटो: Reuters)
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क्या भारत से प्रेरित है चीन?

साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से बीजेपी सरकार ने 'स्वच्छ भारत अभियान' के तहत देश भर में शौचालय निर्माण पर जोर दिया. लोगों को खुले में शौच करने से रोकने के लिए देश भर में सरकारी सहायता से ग्रामीण स्तर पर शौचालयों का निर्माण करवाया जा रहा है.

(इनपुट- IANS से)

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