सिक्किम सेक्टर में सीमा पर भारत के साथ जारी सैन्य गतिरोध के बीच चीन ने तिब्बत में 11 घंटे तक युद्ध अभ्यास किया. एक डिफेंस एक्सपर्ट ने इसे भारत के लिए चेतावनी करार दिया है.
चीन के टेलीविजन चैनल सीसीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध अभ्यास में सैनिकों को तुरंत पहुंचाना, डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल करना और संयुक्त हमलों में कई सैन्य इकाइयों के साथ मिलकर अभियान को अंजाम देने का अभ्यास किया गया.
ऑनलाइन जारी एक वीडियो में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को बंकर और होवित्जर को उड़ाने के लिए टैंक रोधी ग्रेनेड और मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है.
तिब्बत क्षेत्र से भारत की लंबी सीमा लगती है. सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में तिराहे पर बीते एक महीने से चीनी और भारतीय सेना के बीच गतिरोध कायम है, जिसमें भूटान भी शामिल है.
भारत को चेतावनी देना चाहता है चीन
साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने कहा है कि ये शक्ति का प्रदर्शन भारत को चेतावनी देने के लिए है. बीजिंग के डिफेंस एक्सपर्ट झोउ चिमिंग ने कहा, "पीएलए यह दिखाना चाहती थी कि वह अपने भारतीय समकक्ष को आसानी से काबू में कर सकती है."
झोउ ने कहा कि विवादित इलाके में चीनी समकक्ष के मुकाबले भारतीय सैनिकों की संख्या भी कम है, सैनिकों के पहुंचने, गोलाबारूद और रसद के मामले में भी चीन बढ़त में है.
उन्होंने कहा, “छोटे स्तर पर युद्ध अभ्यास से चीन समस्या पर नियंत्रण करना और युद्ध के जोखिम को कम करना चाहता है.”
वहीं, सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि सेना के जिस ब्रिगेड ने युद्ध अभ्यास किया है, उसमें पीएलए के तिब्बत सैन्य कमान के सैनिक हैं और वह चीन के दो पर्वतीय ब्रिगेड में से एक है.
(इनपुट: आईएएनएस)
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