दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना लॉकडाउन के बीच घरेलू हिंसा के मामलों को लेकर चिंताएं उठ रही हैं. इस बीच लंदन में 19 अप्रैल तक, 6 हफ्तों में पुलिस ने 4093 लोगों को घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों के संबंध में गिरफ्तार किया. न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस के हवाले से यह जानकारी दी है.
इस मामले पर एक संबंधित अधिकारी ने कहा, ‘’COVID-19 से निपटने के लिए लागू प्रतिबंध और घर पर रहने के निर्देशों की इस स्वास्थ्य संकट को मैनेज करने में अहम भूमिका है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इससे घरेलू उत्पीड़न के मौजूदा और संभावित पीड़ित और खराब हालत में चले गए हैं.’’
उन्होंने कहा, ''पीड़ितों को भरोसा दिलाया जाना चाहिए कि वे किसी तरह के नुकसान से बचने या मदद मांगने के लिए अपने घरों से बाहर निकल सकते हैं, ऐसे में उन्हें COVID-19 से जुड़ी पाबंदी तोड़ने के लिए सजा नहीं दी जाएगी.''
हाल ही में UN चीफ ने महिला उत्पीड़न पर जताई थी चिंता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हाल ही में कहा था कि महामारी की वजह से आर्थिक, सामाजिक तनाव और आवाजाही पर रोक के चलते लगभग सभी देशों में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ उत्पीड़न के मामले नाटकीय तरीके से बढ़े हैं.
उन्होंने दुनियाभर की सरकारों से अपील की थी कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने की कार्रवाई के दौरान महिलाओं की रक्षा भी सुनिश्चित की जाए.
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