भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोनावायरस को फैलने से रोकने लिए रविवार को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे. वहीं इस घातक वायरस के संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 13000 के पार पहुंच गई है. सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने तक बंद कर दिए गए हैं.
इस महामारी के कारण दुनिया के करीब 35 मुल्कों ने बंद (लॉकडाउन) किया है, जिससे जनजीवन, यात्रा और कारोबार प्रभावित हुए हैं. वहीं सरकारें सीमाएं बंद करने को लेकर जद्दोजहद कर रही हैं और वायरस की वजह से आर्थिक मंदी से बचने के लिए आपातकालीन उपायों में लगी हैं.
दुनियाभर में तीन लाख से ज्यादा लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इटली में स्थिति गंभीर है, जहां 4,800 से ज्यादा लोगों की जान गई है, जो दुनियाभर में इस संक्रमण से मरने वालों का एक करीब तिहाई आंकड़ा है.
प्रधानमंत्री जिएसेपे कॉन्टे ने शनिवार देर रात टीवी के जरिए अपने संबोधन में गैर जरूरी कारखानों को बंद करने का ऐलान किया. छह करोड़ की आबादी वाला इटली पिछले साल चीन में सामने आई बीमारी का नया केंद्र बन गया है.
इटली में कोरोनावायरस से हुई मौतों का आंकड़ा (4,825) चीन (3,261) और ईरान (1,556) में हुई मौतें को जोड़ने के बाद भी कहीं ज्यादा है. इटली में कोविड-19 के पुष्ट मामलों में मृत्यु दर 8.6 फीसदी है जो कई देशों की तुलना में खासी ज्यादा है.
बात अमेरिका की करें तो न्यूयॉर्क, शिकागो और लॉस एंजिलिस के लोग अलग-अलग चरणों में बंद का सामना कर रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, “यह साझा राष्ट्रीय बलिदान का समय है, लेकिन यह अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने का भी वक्त है.”
उन्होंने कहा कि हमारी बड़ी जीत होगी. वैश्विक नेताओं के महामारी से लड़ने का संकल्प लेने की बीच, मौतों और संक्रमणों की संख्या में इजाफा जारी है, खासकर यूरोप में.
स्पेन में शनिवार को 32 और लोगों की मौत हुई. प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने टीवी के जरिए किए गए संबोधन में चेताया कि देश को और मुश्किल दिनों के लिए तैयार रहने की जरूरत है. उधर, फ्रांस में घातक संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 562 हो गई है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लोगों को घर से नहीं निकलने देने की सरकार की कोशिश को अमल में लाने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात किए जा रहे हैं.
कोविड-19 के प्रसार का मुकाबला करने के लिए अभूतपूर्व उपायों ने अंतरराष्ट्रीय खेल कैलेंडर पर असर डाला है और ओलंपिक के आयोजकों पर तोक्यो में होने वाले 2020 ओलंपिक को टालने का दबाव बढ़ रहा है.
इस महामारी ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को हिला दिया है. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश अमेरिका बाजार में आपातकाल उपाय के तहत बड़ा पैकेज देने पर विचार कर रहा है.
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