कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन (Omicron) के ओरिजन को लेकर पूरी दुनिया में नई बहस छिड़ गई है. अभी तक यही माना जा रहा था कि ओमिक्रॉन का ओरिजन साउथ अफ्रीका में हुआ है, लेकिन अब ये दावा किया जा रहा है कि पश्चिमी यूरोप में 11 दिन पहले ही ओमिक्रॉन के केस मिले थे. Dutch health authorities ने 30 नवंबर को बताया कि साउथ अफ्रीका में पहला केस आने से पहले यूरोप में ओमिक्रॉन के केस सामने आए थे.
सीबीएस न्यूज के मुताबिक, बेल्जियम और जर्मनी ने भी माना है कि दक्षिण अफ्रीका से पहले उनके देश में ओमिक्रॉन के केस मिलने शुरू हो गए थे.
दक्षिण अफ्रीका ने खुद इस बात को स्वीकार किया था कि उनके देश में ओमिक्रॉन नाम का खतरनाक कोरोना वैरिएंट फैलना शुरू हो गया है. लेकिन सवाल उठता है कि अगर पश्चिमी यूरोप में पहले केस थे तो क्या उन लोगों ने साउथ अफ्रीका की यात्रा की थी.
दुनिया के 20 देशों में फैला ओमिक्रॉन
दुनिया के करीब 20 देशों में ओमिक्रॉन फैल चुका है, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि ओमिक्रॉन, न्यू कॉविड -19 संस्करण, दुनिया के लिए "बहुत अधिक जोखिम" बन गया है.
साथ ही डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि सिर्फ तमाम देशों में यात्रा प्रतिबंधों के जरिये दुनिया भर में कोविड-19 और ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार को रोकना संभव नहीं है, इसके लिए हमें व्यापक इंतजाम करने होंगे.
मंगलवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने बोत्सवाना और दक्षिण अफ्रीका को इस वैरिएंट का इतनी तेजी से पता लगाने और रिपोर्ट करने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने अन्य देशों से अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों को ध्यान में रखते हुए जोखिम-घटाने के उपाये खोजने का आग्रह किया है.
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