भारत में कोरोना वायरस की दूसरी वेव चल रही है. पिछले दो दिनों से रोजाना 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. अस्पतालों का हाल-बेहाल है. लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां इस महामारी को काबू कर लिया गया है. इन देशों में अब लोग एक बार फिर आजादी का स्वाद चख रहे हैं. इंग्लैंड में कई तरह के प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं, तो ग्रीस टूरिस्ट्स के लिए देश खोलने को तैयार है. अगर आप पंबादियों, कर्फ्यू और लॉकडाउन से हलकान हैं तो इन देशों की अच्छी कहानियां पढ़कर दिल को ठंडक पहुंचाइए.
ऑस्ट्रेलिया भी अपने उन निवासियों के लिए सीमा खोलने पर विचार कर रहा है, जिनका वैक्सीनेशन पूरा हो गया है. हालांकि, अभी कोई दूसरे देश से ऑस्ट्रेलिया में नहीं आ सकेगा.
किन देशों में 'अनलॉक' की प्रक्रिया को किस तरह अंजाम दिया जा रहा है, देश अपने नागरिकों को कोविड प्रतिबंधों से कैसे राहत दे रहे हैं और यात्रियों के लिए कहां से अच्छी खबर आ रही है, ये सब यहां जानिए.
इंग्लैंड
इंग्लैंड अब प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के लॉकडाउन से बाहर निकलने के रोडमैप की दूसरी स्टेज में आ गया है. लंदन के सोहो इलाके में 12 अप्रैल से एक बार फिर चहल-पहल देखी जा रही है. ये इलाका अपनी नाइटलाइफ और शॉपिंग सेंटरों के लिए मशहूर है.
सोहो की सड़कों पर रेस्टोरेंट्स ने टेबल लगानी शुरू कर दी हैं. सोशल मीडिया पर इन सड़कों के लोगों से भरे होने की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. लोग लॉकडाउन से निकलने का जश्न मना रहे हैं.
इंग्लैंड कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई महीनों तक कड़े प्रतिबंधों में रहने के बाद अब लोग 'आजादी' की खुशी में झूम रहे हैं. हालांकि, दोबारा खुले कई पबों ने माना कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अच्छे से नहीं हो रहा है.
द इंडिपेंडेंट की खबर के मुताबिक, लंदन के वेस्ट एंड इलाके में कई सड़कों को शाम 5 से रात 11 बजे तक ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है ताकि रेस्टोरेंट्स बाहर की तरफ टेबल लगा सकें. ये वेस्टमिंस्टर सिटी काउंसिल की हॉस्पिटैलिटी बिजनेस को बढ़ावा देने की कोशिश है.
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रतिबंध हटाने के साथ ही लोगों को ‘जिम्मेदारी के साथ बर्ताव’ करने की चेतावनी भी दी थी. प्रतिबंध हटने के बाद गैर-जरूरी दुकानें, जिम, स्विमिंग पूल, सलून और जू दोबारा खुल रहे हैं.
इजरायल
इजरायल अगले महीने से पर्यटन के लिए खुल रहा है. इजरायल के पर्यटन मंत्रालय ने ऐलान किया है कि 23 मई से इंटरनेशनल यात्रियों के लिए बॉर्डर खुल जाएंगे. हालांकि, इजरायल सिर्फ कोविड वैक्सीन ले चुके यात्रियों को ही आने की इजाजत देगा.
इजरायल एक साल से ज्यादा समय से पर्यटन के लिए बंद है. अब वो चरणबद्ध तरीके से अपनी सीमाएं खोलने की योजना में है.
23 मई से टूर ग्रुप को मंजूरी दी जाएगी. इजरायली मीडिया का कहना है कि क्योंकि ग्रुप को मॉनिटर करना आसान होता है, इसलिए ये फैसला लिया गया है.
अगले चरण में अकेले यात्रियों को इजाजत दी जाएगी. ये जुलाई में शुरू होने की संभावना है. अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. इजरायल आने से पहले सभी यात्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना होगा.
इजरायल पहुंचने पर यात्रियों का सेरोलॉजिकल टेस्ट होगा, जिससे उनके वैक्सीनेशन के दावे की जांच होगी.
ग्रीस
ग्रीस यूरोप के उन कुछ देशों में शामिल है, जो पर्यटकों के लिए खुल रहे हैं. ग्रीस के पर्यटन मंत्री ने 6 अप्रैल को संसद में ऐलान किया कि 14 मई से देश की सीमाएं पर्यटकों के लिए खोली जाएंगी.
ग्रीस ने यात्रियों के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या कोविड नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की है. इसके बिना लोगों को ग्रीस में एंट्री नहीं मिलेगी.
यूरोप के कई देश कोरोना वायरस की तीसरी वेव का सामना कर रहे हैं. ग्रीस में अभी भी लॉकडाउन प्रतिबंध लगे हुए हैं. हालांकि, पर्यटन मंत्री का कहना है कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने वाले पर्यटकों को आने देना चाहिए.
मालदीव
आइलैंड देश मालदीव लंबे समय से पर्यटन के लिए खुला है. मालदीव का ज्यादातर पर्यटन भारतीयों से ही है. देश कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने में सफल रहा है और पर्यटन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है.
इसे और बढ़ावा देने के लिए मालदीव एक आकर्षक नीति लेकर आया है. देश में आने वाले यात्रियों को कोरोना वैक्सीन देने की योजना बनाई गई है. मालदीव के पर्यटन मंत्री ने कहा है कि देश '3V' प्रोग्राम शुरू कर रहा है, जिसका मतलब है 'विजिट, वैक्सीनेट, वेकेशन'.
ऐसा 2021 में 1.5 मिलियन पर्यटकों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किया जा रहा है. पर्यटन मंत्री का कहना है कि अभी तक 350000 पर्यटक आ चुके हैं और ज्यादातर भारत से थे.
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया भी अपनी सीमाएं खोलने की तैयारी में है, लेकिन इसका फायदा सिर्फ उसके ही नागरिकों को मिलेगा. प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 15 अप्रैल को कहा कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन ले ली है, उन्हें विदेश जाने की इजाजत दी जाएगी.
विदेश जाने की वजह भी निजी या बिजनेस इमरजेंसी होनी चाहिए. बाकी नागरिकों को देश छोड़कर जाने की अनुमति अभी नहीं मिलेगी.
वहीं, लौटकर आने वाले नागरिकों को घर पर या होटल में अपने खर्चे पर दो हफ्तों के लिए क्वॉरंटीन होना पड़ेगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)