नोवेल कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर दुनिया के कई हिस्सों में चल रहे ट्रायल्स के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि अभी कोई 'सटीक औजार' उपलब्ध नहीं है और शायद भविष्य में भी न मिल पाए.
घेबरेयेसस ने सोमवार को कहा, ‘’वैक्सीन विकसित करने की कोशिशें तेजी से चल रही हैं और इनमें से कई वैक्सीन अपने ट्रायल्स के तीसरे फेज में हैं, लेकिन फिलहाल कोई सटीक औजार उपलब्ध नहीं है और शायद भविष्य में भी ना मिल पाए.’’
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रभावी उपचारों की पहचान करने में काफी हद तक प्रगति हुई है, जिनके जरिए गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मदद की जा सकती है. इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि मौजूदा हालात में COVID-19 महामारी को रोकने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य और बीमारी पर काबू पाने के बुनियादी उपायों पर ध्यान देना जरूरी है.
उन्होंने कहा,
- टेस्ट, मरीजों को आइसोलेशन में रखना और देखभाल करना, उनके संपर्क में आए लोगों की खोज और उन्हें अलग रखना, ये सब कुछ कीजिए.
- समुदायों को जानकारी दीजिए, सशक्त बनाइए और उनकी बात सुनिए.
- लोगों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाना, मास्क पहनना, नियमित रूप से हाथ धोना और खांसते समय दूसरों से दूरी बनाकर रखना जरूरी है.
घेबरेयेसस ने बताया कि COVID-19 से उपजे हालात की शुक्रवार को आपात समिति की बैठक में समीक्षा की गई थी. इस बैठक में विशेषज्ञों ने सलाह दी थी कि महामारी अब भी अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति है.
यूएन एजेंसी के महानिदेशक ने कहा कि सीरोलॉजी स्टडीज दर्शाती हैं कि दुनिया में अब भी अधिकांश लोगों पर इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है– उन इलाकों में भी जो पहले ही बुरी तरह वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
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