केन्या के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कैबिनेट सचिव, जो मुचेरू (Joe Mucheru) ने एक कॉन्फ्रेंस के दौरान देश में कानून और व्यवस्था के लिए खतरों पर बात करते हुए कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में केन्या के लोगों को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) स्कैम में लगभग 120 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. केन्या के लोगों के बीच क्रिप्टोकरेंसी में विशेष रूप से बिटक्वाइन काफी लोकप्रिय है. पिछले साल क्रिप्टो स्कैमर्स ने इन लोगों से लगभग 12 करोड़ डॉलर (लगभग 916 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी की है.
क्रिप्टो धोखाधड़ियों के बारे में केन्या के लोग अब सोशल मीडिया के जरिए चर्चा कर रहे हैं. बता दें कि केन्या, नाइजीरिया, तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका के क्रिप्टो मार्केट्स में पिछले एक वर्ष के दौरान 1,200 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक केन्या के लोग इन चीजों में इसलिए फंस रहे हैं क्योंकि उनके बास सही तरीके से सारी जानकारियां उपलब्ध नही हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि अगर पत्रकार सही तरीके से जानकारी पब्लिश करेंगे तो ज्यादा से ज्यादा केन्याई नागरिक बिटक्वाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकेंगे.
रिसर्च फर्म Triple-A के मुताबिक अफ्रीकी देशों में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग वॉल्यूम को देखें तो केन्या पहले स्थान पर है. दुनिया की कुल क्रिप्टोकरेंसी एक्टिविटीज में केन्या का नाम पांचवें स्थान पर आता है. यहां पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी एक्टिविटीज अधिक होने की वजह से स्कैमर्स ऐसे लोगों की फिराक में रहते हैं जिन्हें इस मार्केट से संबंधित कम जानकारियां हैं.
नॉर्थ अमेरिकन सिक्योरिटीज एडमिनिस्ट्रेटर एसोसिएशन (NASAA) का सुझाव है कि बिटक्वाइन और इससे संबंधित अन्य डिजिटल संपत्ति जैसे लोकप्रिय और अनियमित इनवेस्टमेंट करने से पहले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.
क्या क्रिप्टो में इनवेस्ट करना खतरनाक है?
Bitcoinist की रिपोर्ट के मुताबिक NASAA के प्रवर्तन सेक्शन के उपाध्यक्ष जोसेफ रोटुंडा के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी डिपॉजिट्री अकाउंट्स, टोकन, ट्रेडिंग प्रोग्राम और माइनिंग पूल में इनवेस्मेंट उन चीजों के लिए देखा जाना चाहिए जो वे वास्तव में इसका प्रतिनिधित्व करते हैं और बड़े नुकसान की एक बड़ी संभावना बनते हैं.
उदाहरण के लिए दिसंबर 2021 में एक केन्याई बिजनेसमेन पर अपनी एडोस कुनेन क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से इनवेस्टर्स के साथ धोखा देने का आरोप लगाया गया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक बिजनेसमेन के फर्जी डिजिटल टोकन में इनवेस्टर्स को 140 मिलियन डॉलर्स से अधिक का नुकसान हुआ.
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