क्यूबा (Cuba) में खाद्य पदार्थों की कमी, महंगाई, वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार और कम्युनिस्ट शासन के प्रति विरोध प्रदर्शन करते हुए हजारों लोग सड़कों पर उतर आए. पिछले तीन दशकों में यह पहली बार है जब क्यूबा में इस स्तर का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है.क्यूबा के राष्ट्रपति Miguel Diaz-Canel ने रविवार को नेशनल टेलीविजन पर दिए अपने भाषण में इस अशांति के पीछे अमेरिका का हाथ बताया है.
प्रदर्शन की शुरुआत पश्चिमी क्यूबा के शहर San Antonio de los Banos और पूर्वी क्यूबा के Palma Soriano में हुई. दोनों ही जगहों पर प्रदर्शकों की संख्या सैकड़ों में थी.
मोबाइल इंटरनेट से लैस जनता के बीच प्रदर्शन की खबर तेजी से फैली. हजारों लोगों का हुजूम सेंट्रल हवाना की तरफ बढ़ने लगा और 'फ्रीडम' 'होमलैंड एंड लाइफ' जैसे नारे लगने लगे. सरकार ने सड़कों पर मशीनगन से लैस स्पेशल फोर्स जीप उतार दी है.
आर्थिक संकट है इसकी सबसे बड़ी वजह
क्यूबा पिछले 30 सालों के सबसे गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है.अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने क्यूबा पर 200 से अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे. यही कारण है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति अत्यधिक खराब है और नागरिकों के बीच असंतोष है. वर्तमान राष्ट्रपति बाइडेन के शासनकाल में इन प्रतिबंधों को नहीं हटाया गया है.
जबकि दूसरी तरफ कम्युनिस्ट सरकार के विरोधी इस खास्ताहाल अर्थव्यवस्था के लिए मौजूदा सरकार की अक्षमता और सोवियत रूस की तरह एकदलीय शासन प्रणाली को दोष देते हैं.
अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों, मौजूदा सरकार की अक्षमता और कोविड-19 महामारी ने मिलकर इस देश के पर्यटन क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है, जो यहां की फॉरेन रिवेन्यू का सबसे प्रमुख स्रोत है. इसी की सहायता से यहां की सरकार भोजन, ईंधन और कृषि तथा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए उपयोगी इनपुट का आयात करती है.
क्यूबा की जीडीपी 2020-21 में 10.9% से संकुचित हो गई जबकि 2021 में जून तक 2% का संकुचन देखने को मिला है.
1994 के बाद क्यूबा में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन
क्यूबा की राजधानी हवाना में इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन 1994 में देखने को मिला था, जब सोवियत रूस के विघटन के बाद इस कम्युनिस्ट देश को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था. तब भी हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर अपना विरोध दर्ज कराया था और कम्युनिस्ट सरकार को हटाने के लिए संघर्ष किया था.
बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने रविवार के प्रदर्शनों का समर्थन करते हुए ट्वीट किया. स्टेट ऑफ वेस्टर्न हेमिस्फीयर के कार्यवाहक सहायक सचिव Julie Chung ने ट्वीट किया कि "क्यूबा में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन बढ़ रहे हैं क्योंकि क्यूबा के लोग बढ़ते कोविड मामलों/ मौतों और दवाओं की कमी के बारे में चिंता व्यक्त करने के लिए शांतिपूर्ण इकट्ठा होने के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. हम क्यूबा के लोगों द्वारा जरूरतमंद पड़ोसियों की मदद के लिए डोनेशन इकट्ठा करने के प्रयासों की सराहना करते हैं".
जबकि दूसरी तरफ क्यूबा की सरकार और उसके अधिकारी विरोध प्रदर्शन को भड़काने के लिए अमेरिका को दोष दे रहे हैं..रविवार को राष्ट्रपति Miguel Diaz-Canel के नेशनल टेलीविजन पर अमेरिका पर लगाये गए आरोप के अलावा अमेरिकी मामलों के लिए क्यूबा के महानिदेशक, कार्लोस एफ डी कोसियो ने एक ट्वीट में कहा" अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट और उसके अधिकारियों, जो क्यूबा में सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ावा देने में शामिल हैं, को उस स्थिति के लिए हिपोक्रेटिक चिंता व्यक्त करने से बचना चाहिए,जिस पर वे दांव लगा रहे हैं. क्यूबा अमेरिका के विपरीत एक शांतिपूर्ण देश है और रहेगा"
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