अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल अब महज 12 दिन का ही बचा है लेकिन उन्होंने अपनी किरकिरी कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. 6 जनवरी को कैपिटल हिल में ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद उनपर महाभियोग की तैयारी भी शुरू हो गई है. शुक्रवार को डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी, वो कुछ रिपब्लिकंस का भी साथ जुटाने की कोशिश में हैं. लोकतंत्र के खिलाफ जिस तरह की हरकत ट्रंप समर्थकों की तरफ से की गई है, उसके बाद ट्रंप की ही पार्टी के कई बड़े नेता खुले तौर पर उनके खिलाफ बोलते नजर आए.
उपराष्ट्रपति से की जा रही मांग
डेमोक्रेट्स की तरफ से कहा जा रहा है कि अगर उपराष्ट्रपति माइक पेंस 25वें संशोधन का इस्तेमाल कर ट्रंप को उनके पद से बर्खास्त नहीं करते तो डेमोक्रेट्स अगले हफ्ते महाभियोग लाने की तैयारी में हैं. स्पीकर नैन्सी पेलोसी दूसरे डेमोक्रेट्स से महाभियोग पर चल रही कोशिशों का जायजा लेंगी.
बता दें कि 25वां संशोधन उपराष्ट्रपति और कैबिनेट के बहुमत को यह शक्ति देता है कि अगर राष्ट्रपति अपने पद के अधिकारों और कर्तव्यों के निर्वहन में अक्षम पाए जाते हैं तो वे उन्हें हटा सकते हैं. साल 1967 में संशोधन के आने के बाद से अबतक इसका उपयोग नहीं हो सका है
इससे पहले गुरुवार को पेलोसी और सीनेट डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शूमर ने कहा था कि ट्रंप अपने पद पर बने रहने के लिए बचे हुए दिनों में देश के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और मंत्रिमंडल को संविधान में आह्वान करते हुए उन्हें राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के लिए अयोग्य घोषित करते हुए उन्हें बाहर कर देना चाहिए. प्रतिनिधि सभा के एक रिपब्लिकन सदस्य एडम किंजिंगर ने भी ट्रंप को पद से हटाने का आह्वान किया.
बाइडेन के शपथ ग्रहण में हिस्सा नहीं लेंगे ट्रंप
इस बीच ट्रंप ने कहा है कि वो जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे. ट्विटर के जरिए उन्होंने ये ऐलान किया है कि 20 जनवरी को होने जा रहे इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे.
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