ADVERTISEMENTREMOVE AD

PM मोदी के खिलाफ प्रदर्शन, बांग्लादेश में फेसबुक सेवाओं पर रोक

प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का विरोध कर रहे हैं

Published
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक ने 27 मार्च को कहा कि उसका प्लेटफॉर्म और मैसेजिंग ऐप 26 मार्च से बांग्लादेश में डाउन है. अमेरिकी टेक कंपनी का ये बयान उस समय आया है जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान बांग्लादेश में प्रदर्शन हो रहे हैं. पीएम मोदी दो दिन के दौरे पर बांग्लादेश गए हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रदर्शन के दौरान 4 लोगों की हुई मौत

प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का विरोध कर रहे हैं. 26 मार्च को पुलिस के प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के बाद चार लोगों की मौत भी हो गई. इन प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के चटगांव शहर में कथित तौर पर एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया था.

फेसबुक ने अपने बयान में कहा, "हम जानते हैं कि हमारी सेवाएं बांग्लादेश में प्रतिबंधित की गई हैं. हम इसे और समझने पर काम कर रहे हैं और फिर से पूरा एक्सेस जल्दी से जल्दी देने की उम्मीद करते हैं."

प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार ने इस मामले में कोई बयान जारी नहीं किया है कि क्या उसने फेसबुक की सेवाओं को प्रतिबंधित किया है. हालांकि, सरकार प्रदर्शनों को दबाने के लिए इंटरनेट शटडाउन का सहारा लेती आई है.  

फेसबुक ने कहा कि जिस तरह उसे बांग्लादेश में प्रतिबंधित किया गया है, कंपनी उस तरीके पर 'गंभीर रूप से चिंतित' है क्योंकि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए प्रभावी संपर्क और बातचीत जरूरी है.

0

बांग्लादेश में प्रदर्शन

बांग्लादेश की राजधानी ढाका और चटगांव में इस्लामी समूह हिफाजत-ए-इस्लाम के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं. पीएम नरेंद्र मोदी बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी और बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने के लिए 26 मार्च को ढाका पहुंचे थे.

भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के विरोध में मार्च निकालने के लिए हिफाजत समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू-गैस के गोले छोड़े. इसमें कई लोग घायल हो गए.

पुलिस ने पहले आंसू-गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की. लेकिन जैसे-जैसे स्थिति बिगड़ती गई, उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हवा में गोली चलानी पड़ी, रबर की गोलियां दागनी पड़ी और वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल करना पड़ा. कुछ चश्मदीद गवाहों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने भी जवाबी कार्रवाई की. दोनों के बीच झड़प एक घंटे से ज्यादा समय तक चली. 

झड़पों में एक पत्रकार सहित कम से कम 20 लोग घायल हो गए. घायलों का ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.

(IANS के इनपुट के साथ)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×