फेसबुक ने अपने सीईओ मार्क जुकरबर्ग की सुरक्षा के लिए पिछले साल 156 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. जो 2016 के मुकाबले 4 गुना ज्यादा हैं. कंपनी ने बताया है कि जुकरबर्ग की सिक्योरिटी के लिए पिछले साल कुल 22.6 मिलियन डॉलर यानी 156 करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए गए. फेसबुक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मार्क जुकरबर्ग के परिवार और उनकी सेक्योरिटी के लिए पिछले साल कुल 20 मिलियन डॉलर (138 करोड़ रुपये) खर्च किए गए. इसके अलावा जुकरबर्ग को उनके पर्सनल प्राइवेट जेट्स के लिए कंपनी की तरफ से 2.6 मिलियन डॉलर (18 करोड़) दिए गए. कंपनी ने कहा कि ये भी उनकी सेक्योरिटी का ही एक हिस्सा था. इसीलिए इस पैसे को भी उनके सेक्योरिटी खर्चे में जोड़ा गया है.
विवादों में रहा था फेसबुक
फेसुबक पिछले कुछ सालों में डेटा लीक को लेकर विवादों में रहा है. फेसबुक पर आरोप लगे थे कि उसने लोगों का डेटा चुराकर कैंब्रिज एनालिटिका को दिया है. भारत में कहा गया था कि, कैंब्रिज एनालिटिका ने गलत तरीके से पांच करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स के प्रोफाइल जानकारियां लेकर चुनाव नतीजों को प्रभावित किया है. ब्रिटेन और अमेरिका की एजेंसियां भी फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका की जांच में जुट गई थीं. इसके बाद से ही फेसबुक सीईओ जुकरबर्ग की सेक्योरिटी को लेकर काफी सख्ती बरती गई.
फेसबुक डेटा चोरी मामले में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के सामने लिखित बयान देकर अपनी गलती मानी थी. उन्होंने कहा था कि वह फेसबुक पर लोगों के डेटा को सुरक्षित नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार हैं
क्या था आरोप ?
डेटा लीक के इस मामले पर फेसबुक की दुनियाभर में खूब आलोचना हुई थी. मार्क जुकरबर्ग को माफी तक मांगनी पड़ी थी. इस पर फेसबुक ने जांच भी बैठाई थी, जिसके बाद मार्क जुकरबर्ग पर इस्तीफे का काफी दवाब बढ़ गया था. इस जांच में पता चला था कि फेसबुक ने राजनीतिक कंसल्टेंसी और पीआर कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट किया है, जो अपने विरोधियों की बुराइयां उजागर करती है.
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