फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन ने कहा अमेरिका के बिना यूरोप मुश्किल में होगा। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार फिनिश नेता, जो इस समय ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर हैं, ने शुक्रवार को सिडनी में लोवी इंस्टीट्यूट थिंक टैंक में यह टिप्पणी की।
यूरोप की रक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए मारिन ने कहा, मुझे आपके साथ क्रूरता से ईमानदार होना चाहिए, यूरोप अभी पर्याप्त मजबूत नहीं है, हम अमेरिका के बिना परेशानी में होंगे।
अमेरिका ने बहुत सारे हथियार, बहुत सारी वित्तीय सहायता, बहुत सारी मानवीय सहायता यूक्रेन को दी है और यूरोप अभी तक पर्याप्त मजबूत नहीं है।
24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की शुरुआत के बाद से अमेरिका ने कीव को 18.6 बिलियन डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई है और युद्धग्रस्त राष्ट्र को सैन्य सहायता प्रदान करने वाला अमेरिका सबसे बड़ा देश है।
दूसरा सबसे बड़ा दाता यूरोपीय संघ है, इसके बाद यूके है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मारिन ने कहा कि यूरोप को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जब बात यूरोपीय रक्षा, यूरोपीय रक्षा उद्योग की आती है तो वह उन क्षमताओं का निर्माण कर रहा है, और यह सुनिश्चित कर रहा है कि हम विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों का सामना कर सके।
प्रधान मंत्री ने हाल के दशकों में रूस के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के कुछ यूरोपीय देशों के प्रयासों की भी आलोचना की।
--आईएएनएस
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