भारत के पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने एक अहम ग्रुप में शामिल किया है. IMF की एमडी क्रिस्टालिना जार्वीवा ने राजन और 11 अन्य लोगों को अपने एक्सटर्नल एडवाइजरी ग्रुप में शामिल किया है. इन लोगों का काम दुनियाभर के डेवलपमेंट और पॉलिसी के मुद्दों पर नजरिया देना है. इसके अलावा ये ग्रुप कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुईं दिक्कतों पर दी गई प्रतिक्रियाओं पर भी अपने विचार रखेगा.
जार्वीवा ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने और इसके चलते स्वास्थ्य, आर्थिक और वित्तीय सेवाओं में दिक्कतें आने से पहले ही IMF तेजी से बदलती दुनिया और उसके जटिल पॉलिसी मुद्दों से जूझ रहा था.
इस संबंध में हमें IMF के अंदर और इसके बाहर से सबसे अच्छे इनपुट और एक्सपर्टीज चाहिए. मुझे गर्व है कि पॉलिसी, मार्केट और प्राइवेट सेक्टर के कई अनुभवी लोगों ने मेरे एक्सटर्नल एडवाइजरी ग्रुप में शामिल होना मंजूर किया.क्रिस्टालिना जार्वीवा, IMF की एमडी
रघुराम राजन के अलावा इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम केविन रुड, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर क्रिस्टीन फोर्ब्स जैसे लोग शामिल हैं. 57 वर्षीय राजन तीन साल तक RBI के गवर्नर रहे हैं. सितंबर 2016 में उन्होंने RBI छोड़ दिया था. फिलहाल राजन यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में प्रोफेसर के तौर पर पढ़ा रहे हैं.
कोरोना वायरस से दुनियाभर में 1 लाख से ज्यादा मौत
कोरोना वायरस के पूरी दुनिया में 17 लाख से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. संक्रमण से होने वाली मौतों की तादाद 1 लाख से ज्यादा हो चुकी है. अमेरिका में सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं. वहां संक्रमण के 5 लाख से ज्यादा केस हैं. मृतकों की संख्या इटली में सबसे ज्यादा है.
यूरोप में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले स्पेन में रिपोर्ट हुए हैं. यहां डेढ़ लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. चीन में हालांकि कोरोना वायरस के नए मामलों में काफी कमी देखी गई है.
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