जर्मनी की केंद्र-वाम सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) (Germany Election Result) ने मौजूदा कुलपति ओलाफ स्कोल्ज के नेतृत्व में संघीय चुनावों में करीब 26 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं, जो एक नई सरकार की शुरुआत कर सकता है. मौजूदा चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी को चुनाव में काफी कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सर्वे के हवाले से कहा कि क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) और उसकी सहयोगी पार्टी क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) के चांसलर उम्मीदवार आर्मिन लास्केट के नेतृत्व में रूढ़िवादी संघ ने लगभग 24 प्रतिशत वोट हासिल किया.
चुनाव के परिणामों में SPD को 25.7% वोट मिले, जबकि सत्तारूढ़ रूढ़िवादी CDU/CSU को 24.1% वोट मिले हैं. ग्रीन पार्टियों ने अपने इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन हासिल किया है, ग्रीन पार्टी 14.8% वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रही. फार-राइट AfD को 10.3% वोट मिले जो दूसरी बार संसद में प्रवेश करने के लिए तैयार है. कुल मिलाकर अब जर्मनी को गठबंधन की सरकार मिलेगी जिसके चांसलर ओलाफ शोल्ज होंगे.
दूसरी पार्टियों के नेताओं ने क्या कहा?
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ओलफ ने पहले ही दावा किया था कि उनकी पार्टी आगे चल रही है और वही सरकार भी बनाएंगे. चुनावों से पहले ही कई एक्सपर्ट्स के लिए यह बताना मुश्किल था कि किसकी जीत हो सकती है. वे अभी भी मानते हैं कि गठबंधन की सरकार बनने में अब भी वक्त लगेगा और इस साल के दिसंबर तक नई सरकार बन जाने का इंतजार करना होगा.
एंजेला मर्केल की पार्टी CDS के उम्मीदवार आर्मिन लास्केट ने तर्क दिया कि यह एक गठबंधन बनाने के बारे में था, न कि बहुमत प्राप्त करने के बारे में. दूसरे शब्दों में कहें तो जीतने वाले को सब कुछ नहीं मिलता.
ग्रीन पार्टी की नेता एनालेना बेरबॉक ने कहा कि हमें और चाहिए था लेकिन हमें वह नहीं मिल सका. कुछ गलतियां कैंपेन के शुरुआत में ही हुई थी, वो मेंरी गलतियां थी.
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