ग्रीन एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग(Greta Thunberg) ने ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हुए सम्मेलन, COP26 को विफल करार दिया है. शहर में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रेटा ने ये बात कही. ग्रेटा ने क्लाइमेट इमरजेंसी के समाधान के लिए नेताओं से तुरंत कार्रवाई करने की मांग भी की.
ग्रेटा ने विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों से कहा 'ये बात कोई छिपाने की नहीं है कि COP26 एक विफलता है. वे वैज्ञानिक सहमति को नजरअंदाज नहीं कर सकते और सबसे बढ़कर वे हमें अनदेखा नहीं कर सकते.
उन्होंने वैश्विक नेताओं पर नियमों में जानबूझकर खामियां छोड़ने का आरोप लगाया. सम्मेलन स्थल के बाहर एक रैली में थनबर्ग ने गैर-बाध्यकारी प्रावधानों के बजाए प्रदूषण करने वालों पर नकेल कसने के लिए सख्त नियम बनाने की अपील की.
बता दें पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर हो रहे संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में विरोध करने का फैसला किया था. उन्होंने ट्वीट कर अपने विचार जाहिर किए थे.
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