मुंबई हमले के मास्टमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद ने पाकिस्तान के लाहौर में बकायदा पार्टी ऑफिस खोल लिया है. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने हाल ही में कथित तौर पर सईद की पार्टी का विरोध किया था. इस विरोध को अनसुना कर हाफिज सईद ने अपनी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) का दफ्तर खोल लिया है.
पाक गृह मंत्रालय ने ‘विरोध’ किया था
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने MML ने एक राजनीतिक पार्टी के तौर पर पंजीकरण का विरोध किया है और इसे बैन किए गए संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जेयूडी की शाखा बताया है.
जमकर प्रचार में जुटा है हाफिज सईद
सईद ने रविवार को नेशनल एसेंबली निर्वाचन क्षेत्र (एनए-120) लाहौर सीट के कई इलाकों का दौरा किया. लाहौर सीट से नवाज शरीफ और उनके परिवार ने 1985 में अपनी राजनीति की शुरुआत की. शरीफ परिवार इस सीट से कभी चुनाव नहीं हारा.
डॉन आनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, हाफिज सईद के समर्थकों ने कसूरपुरा, चौधरी पार्क व आउटफालल रोड पर गुलाब की पंखुडियों की बारिश कर उसका स्वागत किया. उसने मोहनी रोड पर एमएनएल के दफ्तर का उद्घाटन किया और इलाके के लोगों की समस्याएं सुनीं.
MML सितम्बर में एनए-120 के उपचुनावों के दौरान सामने आई थी और इसने उपचुनावों में चौथा स्थान हासिल किया था. MML का पाकिस्तान निर्वाचन आयोग में अभी पंजीकरण कराया जाना बाकी है.
मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड है सईद
हाफिज सईद ने 2008 में हुए मुंबई हमले की जिम्मेदारी ली थी. सईद लश्कर-ए-तैयबा संगठन का सरगना है. इस संगठन की शुरुआत अफगानिस्तान के कुन्नार में साल 1987 में हुई थी. लश्कर के अलावा हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा की शुरुआत भी की. साल 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा की शुरुआत की थी.
इस संगठन को हाफिज और पाक दोनों ही चैरिटेबल ट्रस्ट बताते हैं. जबकि अमेरिका और यूएन ने इसे बैन किया हुआ है. 5 दिसंबर 2001 में अमेरिका ने इसे अपनी आतंकी लिस्ट में शामिल किया था. 26 दिसंबर 2001 को अमेरिका ने इसे एफटीओ यानी फॉरेन टेररिस्ट संगठन करार दिया
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