खालिस्तान अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या के आरोप में कनाडा पुलिस ने तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार करने का दावा किया. जिसके बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने इसपर रिएक्शन दिया और कनाडा को "मजबूत और स्वतंत्र न्याय प्रणाली वाला कानून- सम्मत देश" बताया. इसके बाद विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने इस पर जवाबी प्रतिक्रिया दी है.
कनाडाई पीएम ट्रूडो ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कनाडा एक मजबूत और स्वतंत्र न्याय प्रणाली के साथ-साथ अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए मौलिक प्रतिबद्धता वाला एक नियम- कानून वाला देश है."
कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (CBC) ने ट्रूडो के हवाले से कहा, "जैसा कि रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने कहा है कि जांच जारी है. एक अलग और विशिष्ट जांच का दायरा कल गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की संलिप्तता तक सीमित नहीं है.
एस जयशंकर ने कनाडाई पीएम ट्रूडो को दिया जवाब
जस्टिन ट्रूडो के बयान पर भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है. एस.जयशंकर ने शनिवार, 4 मई को को PTI से बात करते हुए कहा, निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा में जो कुछ हो रहा है, वह मुख्य तौर पर उनकी आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है.
भारत ने निज्जर को उसके खालिस्तानी अलगाववादी समर्थन के लिए आतंकवादी घोषित किया है.
विश्व स्तर पर भारत की छवि पहले की तुलना में बहुत बेहतर- एस. जयशंकर
ट्रूडो की भारत की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए एस. जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि ऐसी आलोचनाएं कनाडा की आंतरिक गतिशीलता से उपजी हैं. विदेश मंत्री ने कहा, “विश्व स्तर पर भारत की छवि अब वास्तव में पहले की तुलना में बहुत बेहतर है. कनाडा एक अपवाद है. आप देखिए कि विभिन्न देशों के प्रमुख भारत और उसके प्रधानमंत्री की प्रशंसा कर रहे हैं.''
एस. जयशंकर ने आगे कहा, खालिस्तान समर्थकों का एक वर्ग कनाडा के लोकतंत्र का इस्तेमाल कर रहा है, लॉबी बना रहा है और एक वोट बैंक बन गया है. वहीं विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडा में सत्तारूढ़ दल के पास संसद में बहुमत नहीं है और कुछ दल खालिस्तान समर्थक नेताओं के भरोसे हैं. एस. जयशंकर ने कहा कि हमने उनसे कई बार कहा कि वे ऐसे लोगों को वीजा, मान्यता या राजनीतिक क्षेत्र में जगह नहीं दें जो उनके (कनाडा) लिए, हमारे लिए और हमारे संबंधों में समस्या पैदा कर रहे हैं, लेकिन कनाडा सरकार ने कुछ नहीं किया.
विदेश मेंत्री ने आगे यह भी कहा कि भारत ने 25 लोगों के प्रत्यर्पण (सौंपने) की मांग की, जिनमें से अधिकांश खालिस्तान समर्थक हैं लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया.
कब और कैसे हुई थी हरीदप सिंह निज्जर की हत्या?
8 जून, 2023 को कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा में खालिस्तान अलगाववादी और KTF प्रमुख हरीदप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह इस गुरुद्वारे का अध्यक्ष भी था. निज्जर के पास कनाडा की नागरिकता थी. दो अज्ञात बंदूकधारियों ने हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या की थी. वह कनाडा में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख चेहरा था.
तब कनाडा ने इस हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था और साथ ही कहा था कि उनके पास इसके लिए भरोसेमंद सुबूत हैं, जिसका भारत ने खंडन किया था.
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