भले ही हॉन्गकॉन्ग चीन का हिस्सा है, लेकिन वहां के कानून अलग हैं. वहां चीन की तरह मौत की सजा भी नहीं है.
ऐसे में हॉन्गकॉन्ग के लोगों को डर है कि राजनीतिक और कारोबारी मामलों में चीनी प्रशासन प्रस्तावित प्रत्यर्पण कानून को उनके खिलाफ हथियार बना सकता है.
तस्वीरों में देखिए हॉन्गकॉन्ग का विरोध प्रदर्शन-
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