पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने एक बार फिर ट्विटर के सहारे भारत के लिए नफरत फैलाने का काम किया है. इमरान खान ने कहा है कि मोदी सरकार के हाथ में परमाणु हथियार होने की वजह से सिर्फ पाकिस्तान को ही नहीं दुनियाभर को खतरा है.
बता दें कि हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत परमाणु हथियारों के 'पहले इस्तेमाल नहीं' करने के सिद्धांत पर 'पूरी तरह प्रतिबद्ध' है लेकिन भविष्य में क्या होगा यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा. अब इस पर इमरान खान का रिएक्शन सामने आया है.
इमरान ने ट्विटर पर लिखा है, "फासीवादी और जातिवादी सुप्रीमो मोदी सरकार के राज में दुनिया को भारत के परमाणु हथियार से सुरक्षा पर भी गंभीरता से विचार करना चाहिए. ये एक ऐसा मुद्दा है जो न सिर्फ एक क्षेत्र बल्कि दुनिया पर असर डालता है."
इमरान खान ने अपने एक और ट्वीट में कश्मीर के लोगों को कैदी बताया है और दूसरे देशों से इस मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई है.
इमरान खान से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने परमाणु नीति संबंधित बयान की निंदा की थी और इसे 'हिंसा को आतुर भारत की घातक चेतावनी' करार दिया था.
ये हिंसा के लिए भारत की आतुरता की एक और घातक चेतावनी. जैसा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 1965 के बाद पहली बार औपचारिक रूप से कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय विवाद की स्थिति को मानने के लिए बैठक की है. इतिहास गवाह रहा है कि जंग भड़काने वाले फासीवादी देश कभी नहीं जीत सकते हैं.शाह महमूद कुरैशी, विदेश मंत्री, पाकिस्तान
उन्होंने ये भी कहा, "भारतीय रक्षामंत्री के बयान का मतलब और समय बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और भारत के गैर-जिम्मेदार और अशिष्ट व्यवहार को दिखाता है. यह उनकी 'पहले इस्तेमाल नहीं करने' के ढोंग को उजागर करता है, जिसके लिए हमें कभी कोई भरोसा नहीं मिला है." उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा दक्षिण एशिया में परमाणु संयम से संबंधित उपायों का प्रस्ताव दिया है और ऐसे कदम से दूर रहा है, जो स्वभाव से आक्रामक हैं.
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