चीन ने गुरुवार को कहा कि सीमा पर गतिरोध को लेकर समझौता और बातचीत तभी होगी, जब भारतीय सैनिकों को 'चीनी क्षेत्र' से वापस बुला लिया जाएगा. चीन ने साफ किया वो कैलाश मानसरोवर यात्रा की इजाजत तभी देगा, जब दोनों पक्ष डोंगलोग क्षेत्र में विवाद का निपटारा कर लेंगे.
चीन ने डोंगलोंग को अपना क्षेत्र बताया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा, “हम भारत से आग्रह करते हैं कि वह अपने सैनिकों को अपनी सीमा में वापस बुलाए. विवाद के निपटारे और बातचीत शुरू करने के लिए यही शर्त है.”
चीन ने डोकलाम या डोंगलोंग इलाके के जोंपलरी में एक भूटानी सैन्य शिविर की तरफ सड़क निर्माण पर भूटान के विरोध को दरकिनार करते हुए कहा कि यह चीनी क्षेत्र में हो रहा है और निर्माण पूरी तरह से वैध है.
डोंगलोंग और डोकलाम चीन-भूटान के बीच एक विवादित क्षेत्र है, जहां पीपुल्स लिबरेश आर्मी (पीएलए) और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई.
सिक्किम गतिरोध में भारत का ‘हिडन एजेंडा’: चीन
चीन ने कहा कि सिक्किम सीमा पर भारतीय सेना के गतिरोध में भारत का कोई गुप्त एजेंडा है. भारत पर आरोप लगाते हुए चीन के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने इशारों-इशारों में कहा चीन और भूटान के बीच चल रहे क्षेत्रीय विवाद के बीच भारत किसी तरह का फायदा उठाना चाहता है.
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सिक्किम में चीन ने हटाए भारतीय बंकर: सूत्र
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर है कि चीन ने बुधवार को भारत और भूटान से लगी सीमा पर पुराने बंकर को हटा दिया. भारतीय बंकर हटाए जाने की घटना जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला इलाके में भी हुई थी.
सिक्किम से लगी सीमा पर भारत नए बंकर बना रहा है और पुराने बंकरों को दुरुस्त कर रहा है, जो चीन को रास नहीं आ रहा है.
--इनपुट आईएएनएस से
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