जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से बौखलाए पाकिस्तान ने अब यूनाइटेड नेशंस ऑफ ह्यूमन राइट्स (UNHRC) में कश्मीर को लेकर झूठ बोला है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत पर कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा नहीं है और यूएन को इसमें दखल देना चाहिए.
कुरैशी ने कहा ह्यूमन राइट्स काउंसिल को भारत पर दवाब बनाना चाहिए. उन्होंने कहा-
भारत को कश्मीर में पैलट गन का इस्तेमाल और खूनखराबा रोकना चाहिए. घाटी में जो कर्फ्यू लगाया गया है, उसे वापस लेना चाहिए. कश्मीर में कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट को वापस लेना चाहिए. लोगों से उनके जो मूलभूत अधिकार छीन लिए गए हैं, वो उन्हें वापस मिलने चाहिए. नजरबंद किए गए स्थानीय नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए.
पाकिस्तान ने मंगलवार को 115 पेज के झूठ के पुलिंदे के साथ UNHRC में कश्मीर की स्थिति को लेकर भारत पर आरोप लगाए.
UNHRC में पाकिस्तानी विदेश मंत्री के बयान
- कश्मीर भारत का आतंरिक मुद्दा नहीं है. कश्मीर में कब्रिस्तान जैसी खामोशी छाई हुई है.
- जम्मू-कश्मीर के लोगों के मूलभूत अधिकारों को भारत ने रौंद दिया है.
- कश्मीर के लोग लगातार मौलिक स्वतंत्रता के उल्लंघनों का शिकार हो रहे हैं.
- जम्मू-कश्मीर में सेना के 7 से 10 लाख जवान तैनात हैं. भारत ने पिछले एक महीने में जम्मू-कश्मीर को दुनिया का सबसे बड़ा कैदखाना बना दिया है.
- कश्मीर में 6 हजार से ज्यादा नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, स्टूडेंट्स गिरफ्तार किए गए हैं.
- कुरैशी ने कहा कि दक्षिण एशिया में परमाणु युद्ध की आशंकाओं को टालना होगा.
- कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाए
- कुरैशी ने मांग की कि ऑफिस ऑफ हाई कमिश्नर जम्मू-कश्मीर की स्थितियों की पड़ताल करे
- पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने मांग की कि मानवाधिकार संगठनों और अंतररराष्ट्रीय मीडिया को कश्मीर जाने दे
जिनेवा में पाकिस्तान ने कश्मीर को बताया भारत का राज्य
जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय मीडिया से बातचीत के दौरान पाकिस्तान ने कश्मीर को भारत का राज्य बताया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर को ‘भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर’ बताया.
बता दें, अब तक पाकिस्तान कश्मीर को भारत प्रशासित कश्मीर बताता था.
UNSC में मिल चुकी है करारी हार
पाकिस्तान इससे पहले कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने को लेकर यूएनएससी में भी अपील कर चुका है. पाकिस्तान और चीन ने भारत के खिलाफ चाल चलते हुए इस मुद्दे को यूएनएससी में उठाया था. पाकिस्तान ने परिषद से इस मुद्दे पर औपचारिक बैठक बुलाने की मांग की थी, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया. हालांकि पाकिस्तान ने हमेशा की तरह अपनी हार को स्वीकार नहीं किया. पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि बंद दरवाजे के पीछे हुई बैठक में पाकिस्तान को जीत मिली है.
कश्मीर मामले को लेकर पाकिस्तानी नेता और मीडिया लगातार दावा करते आए हैं कि यहां आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद मानवाधिकार उल्लंघन हो रहा है. इसे लेकर पाकिस्तान ने कई विपक्षी नेताओं तक के बयानों का सहारा ले लिया. जिनमें कश्मीर में लगाई गई पाबंदियों का जिक्र किया गया था. हालांकि विपक्षी नेताओं ने पाकिस्तान के इस झूठ पर भारत सरकार का साथ देते हुए पाक को जमकर फटकार लगाई.
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