इंडोनेशिया (Indonesia) की राजधानी जकार्ता में राज्य ऊर्जा कंपनी पर्टैमिना (PERTM.UL) द्वारा संचालित एक फ्यूल स्टेशन में शुक्रवार को आग लगी गई, जिसमें कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 50 लोग घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक, आग स्थानीय समय के अनुसार दोपहर 1 बजे के करीब लगी. इस दौरान कई घर जल गए.
16 मृतकों में से दो बच्चे
फायर बिग्रेड के एक अधिकारी रहमत क्रिस्टान्टो के अनुसार, 16 मृतकों में से दो बच्चे थे, जबकि एक बच्चे सहित 50 लोग घायल हुए हैं. जकार्ता के कार्यवाहक गवर्नर हेरू बुडी हार्टोनो ने मीडिया से कहा कि ज्यादातर घायल लोग जलने से पीड़ित हैं और सरकार उनके इलाज का खर्च उठाएगी.
मस्जिदों में ले जाए गए लोग
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूल स्टेशन के पास लोगों की भीड़ लग गई. जकार्ता की आपदा-शमन एजेंसी ने कहा कि निवासियों को पास की मस्जिदों में ले जाया गया. 21 वर्षीय निवासी सिसवंडी ने कहा कि दृश्य "अराजक था, क्योंकि हम घायल पीड़ितों के साथ भाग रहे थे, जो आधे जले हुए थे और इससे लोगों में दहशत फैल गई."
"बहुत भयानक तरीके से लगी थी आग"
जकार्ता के मुख्य फायर स्टेशन के कॉल सेंटर ने कहा कि आग बहुत भयानक तरीके से लगी थी और उसने उत्तरी जकार्ता के प्लमपांग क्षेत्र में 51 इकाइयों को भेजा था. पर्टैमिना ने एक बयान में कहा कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है और लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं.
फ्यूल स्टेशन के CEO मांगी माफी
पर्टैमिना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निके विद्यावती ने आग के लिए माफी मांगी और कहा कि यह "इस तरह की घटनाओं को फिर से होने से बचने के लिए आंतरिक रूप से प्रतिबिंबित करेगा."
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