ईरान (Iran Bom Blast) में दो बम धमाकों में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी तादाद में लोग घायल हो गए हैं. ये धमाके उस कब्रिस्तान के पास हुए, जहां ईरान के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी (Iranian general Qasem Soleimani) की चौथी बरसी पर एक समारोह का आयोजन किया जा रहा था. जनरल कासिम सुलेमानी साल 2020 में पड़ोसी इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी मीडिया इरिब ने कहा कि दक्षिणी शहर करमन में साहेब अल-जमान मस्जिद के पास एक जुलूस में विस्फोट हुए. इसमें करमन के डिप्टी गवर्नर का हवाला देते हुए कहा गया कि यह एक "आतंकवादी हमला" था. जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में हजारों लोग कब्रिस्तान में मौजूद थे.
गार्डियन की खबर के मुताबिक, शुरुआत में प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दक्षिण मध्य शहर करमन में 10 मिनट के अंतर पर दो विस्फोटों हुए थे, जबकि कुछ रिपोर्टों में चार अलग-अलग विस्फोटों की बात कही गई है.
शुरुआत में, स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि यह ज्ञात नहीं है कि विस्फोट गैस कैनिस्टर या आत्मघाती हमलावरों के कारण हुए थे. बाद में अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट दो बमों में हुए थे जिन्हें दूर से विस्फोट किया गया था.
फिलहाल इसे आतंकी हमला बताया जा रहा है. वैसे ईरान में आत्मघाती हमले आम नहीं हैं, और यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला किसी घरेलू समूह ने किया है या इजरायल के निर्देश पर हुआ है.
US ड्रोन हमले में मारे गए थे जनरल सुलेमानी
बता दें कि पूर्व जनरल सुलेमानी की मौत 3 जनवरी 2020 को बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिकी ड्रोन हमले में हुई थी. ईरान में सुलेमानी एक कद्दावर शख्सियत थे. उन्हें ईरान से सुप्रीम नेता अयातुल्ला खुमैनी के बाद दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता था. 2020 में ट्रंप ने सुलेमानी की मौत को सबसे बड़ी जीत बताते हुए उन्हें दुनिया का आतंकी नंबर एक तक कहा था.
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