ईरान (Iran) के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इराक के कुर्दिस्तान वाले इलाके में कई मिसाइलें दागी. ईरानी स्टेट मीडिया ने जानकारी दी आईआरजीसी यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने सीरिया और इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र में कई मिसाइल हमले किए हैं. ये हमले इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय और ईरान विरोधी संगठनों के ठिकानों को टारगेट कर किये गये. इराक की कुर्दिस्तान सुरक्षा परिषद के अनुसार, हमले में चार लोग मारे गए और छह अन्य घायल हो गए.
कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि मारे गए कई नागरिकों में एक प्रमुख बिजनसमैन पेश्रा दिजायी भी शामिल थे.
आईआरजीसी ने बैलिस्टिक मिसाइलों से सीरिया को भी निशाना बनाया. इस हमले में विशेष रूप से इस्लामिक स्टेट समूह के कमांडरों के प्रमुख ठिकाने शामिल थे.
जनरल सुलेमानी के बरसी पर हुए हमले का जवाब
ईरान ने कहा, सीरिया पर हमला हाल ही में जनरल कासिम सुलेमानी के बरसी पर हुए हमले का जवाब है. बता दें, 3 जनवरी को करमान में जनरल कासिम सुलेमानी के बरसी पर उन्हें श्रध्दांजलि देने के लिये जुटे लोगों पर एक आत्मघाती हमला हुआ. जिसमें करीब 90 लोगों की मौत हो गई और सौकड़ो लोग घायल हो गये थे. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी.
दिसंबर में, रस्क में भी एक हमला हुआ था. जिसमें एक पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया गया था. इस हमले में कम से कम 11 ईरानी पुलिस अधिकारी मारे गए थे. जिहादी समूह जैश अल-अदल ने इसकी जिम्मेदारी ली थी. इस संगठन का गठन 2012 में हुआ था और जिसे ईरान ने "आतंकवादी" समूह घोषित कर ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है.
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद पर हमला
ईरान की आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बताया कि आईआरजीसी ने यह भी कहा कि उसने इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र में कथित इजरायली "जासूसी मुख्यालय" पर भी हमला किया. इसने इजराइल के मोसाद जासूसी संगठन का नाम लेते हुए कहा कि, मोसाद ने इस रीजन में जासूसी अभियानों को विकसित करने और आतंकवादी कार्रवाइयों की योजना बनाने में मदद कर रहा.
इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच युद्ध से क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है, जिसमें लेबनान, इराक, सीरिया और यमन में ईरान समर्थित सशस्त्र समूह शामिल हो गए हैं.
25 दिसंबर को, ईरान ने कहा कि एक इजरायली हमले में वरिष्ठ गार्ड कमांडर रजी मौसावी की मौत हो गई. और 8 जनवरी को, इजरायल ने लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह के एक शीर्ष कमांडर विसम हसन ताविल को मार डाला.
कुछ दिनो पहले ही बेरूत पर इजरायली मिसाइल हमले में हमास के एक वरिष्ठ नेता सालेह अल-अरुरी की मौत हो गई, जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त था.
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