इराकी सुरक्षा बलों ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कब्जे वाले आखिरी शहर रावा को आजाद करा लिया है. आईएस का सीरिया और इराक दोनों देशों में लगभग पतन हो चुका है.
अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने कहा कि इस्लामिक स्टेट इराक और सीरिया में अपने क्षेत्र का करीब 95 फीसदी हिस्सा गवां चुका है. ISIS ने 2014 में युद्ध का ऐलान किया था.
रावा शहर पर इराकी सुरक्षा बलों ने उस वक्त नियंत्रण स्थापित किया है, जब आईएस के जेहादी सीरिया में संगठन के कब्जे वाले आलबू कमाल में हमले से घिरे है.
आईएस के कब्जे से अब लगभग सभी प्रमुख इलाके आजाद हो चुके हैं. कुछ छिटपुट जगहों पर उसकी मौजूदगी बनी हुई है. इराक के प्रधानमंत्री हैदर-अल-आबदी ने ट्वीट कर सेना और जनता को बधाई दी.
संयुक्त अभियान कमान के जनरल अब्दुल आमिर याराल्ला ने बताया कि सरकारी सैन्य टुकड़ियों और अर्धसैनिक इकाइयों ने पूरे रावा को आजाद करा लिया और सभी आधिकारिक इमारतों पर इराकी झंडा फहरा दिया गया है. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इस शहर मे मौजूद आईएस के ज्यादातर लड़ाके भागकर सीरिया की सीमा में दाखिल हो चुके हैं.
आईएस ने रावा शहर के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया था. हजारों आम नागरिकों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं लाखों लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए थे.
जुलाई में आजाद हुआ था मोसुल शहर
सेना ने जुलाई में मोसुल शहर को आईएस के चंगुल से आजाद कराया था. आईएस ने तीन साल पहले मोसुल पर कब्जा किया था. इराकी सेना ने लंबे संघर्ष के बाद आतंकियों पर जीत हासिल की.
इराकी सेना ने करीब 30 आतंकियों को मार गिराया था, जबकि कुछ आतंकी अपनी जान बचाकर भाग गये थे. आतंकियों ने इराक के मोसुल शहर के साथ-साथ आसपास के इलाकों पर भी अपना कब्जा जमा लिया था.
2013 में बना था ISIS
2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अलकायदा के नेता ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने मार डाला. इसके बाद इस संगठन की कमान अल-जवाहरी के हाथ में आई. बगदादी ने अल जवाहरी के नेतृत्व से अलग होकर संगठन बनाने का ऐलान किया था.
2013 में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया का गठन किया, जिसका स्थानीय नाम दाऐश है. इसे इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवनेंट नाम से भी जाना जाता है.
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