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इजरायल-हमास जंग:मरने वालों में आधे से ज्यादा बच्चे,महिलाएं,बुजुर्ग

इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों की भीषण जंग के बाद सीजफायर हो गया है

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इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों की भीषण जंग के बाद सीजफायर हो गया है. इजिप्ट की मध्यस्थता में हुआ यह सीजफायर शुक्रवार तड़के लागू हो गया. हालांकि, इसके लागू होने से पहले जान-माल का भारी नुकसान हो चुका है, खासकर गाजा में.

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हमास के नियंत्रण वाले स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मई को बताया कि इजरायल के हमलों की वजह से 232 फिलिस्तीनियों की जान चली गई, जिनमें 65 बच्चे, 39 महिलाएं और 17 बुजुर्ग शामिल थे. इसके अलावा उसने बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में 1900 लोग घायल हुए हैं. हालांकि, बीबीसी के मुताबिक, इजरायल का कहना है कि गाजा में मारे गए लोगों में कम से कम 150 मिलिटेंट थे.

जंग के दौरान हमास के हमलों की वजह से इजरायल में कम से कम 12 लोगों की जान चली गई, जिनमें 2 बच्चे भी शामिल थे. इजरायल की मेडिकल सर्विस ने इस बात की जानकारी दी. इजरायल का कहना है कि गाजा में मिलिटेंट ने उसकी जमीन की तरफ करीब 4000 रॉकेट दागे.

मरने वालों में विकलांग शख्स, गर्भवती महिला और छोटे बच्चे भी

अल जजीरा के मुताबिक, गाजा के एक घर पर इजरायल के हवाई हमले के बाद एक विकलांग फिलिस्तीनी शख्स, उसकी गर्भवती पत्नी और उनकी 3 साल की बेटी की जान चली गई.

ऐसे ही एक हमले में मोहम्मद अल-हदीदी की 36 वर्षीय पत्नी और उनके 4 बच्चों की जान भी चली गई. जिन बच्चों की मौत हुई उनकी उम्र 13 साल, 11 साल, 8 साल और 6 साल थी. इस हमले में किसी तरह हदीदी के 5 महीने के बेटे उमर की जान बच गई, लेकिन उसके पैर में 3 जगह फ्रैक्चर हुआ है और चेहरा चोटों से भरा हुआ है.

एयर स्ट्राइक के बाद, बचावकर्मियों ने उमर को उसकी मृत मां की बाहों से खींचकर बाहर निकाला था. हमले में उमर का एक पैर तीन जगह फ्रैक्चर हुआ है और उसके चेहरे पर भी चोटें आई हैं.

दुकानें भी बनीं हवाई हमलों का निशाना

गाजा में आम लोगों के घरों के साथ-साथ इजरायल के हवाई हमलों का निशाना उनकी दुकानें भी बनीं.

ऐसी ही एक घटना के बाद अपने बुक स्टोर के मलबे के सामने खड़े शाबान अस्लिम रोते हुए बताया कि यह स्टोर उनका सपना था. उन्होंने कहा, ‘’मैंने खाना बंद कर दिया था, ताकि मैं दुकान खोल सकूं.’’

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इजरायल और हमास के बीच हालिया लड़ाई तब शुरू हुई थी जब उग्रवादी समूह ने जेरूसलम पर लंबी दूरी के रॉकेट दागे थे. इसके बाद इजरायल ने हमास को निशाना बनाते हुए सैकड़ों हवाई हमले किए, हालांकि इन हमलों में बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मारे गए. इससे पहले जेरूसलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली पुलिस के बीच झड़पों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी.

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