Israel-Hamas War: पिछले 106 दिनों से इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग जारी है. हमास के हमले के जवाब में गाजा पर शुरू हुए इजरायल के हमले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में अब तक 16000 लोगों की जान चली गई है. संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने शुक्रवार, 19 जनवरी को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध में महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी 'जेंडर अलर्ट द जेंडरेड इम्पैक्ट ऑफ द क्राइसिस इन गाजा' रिपोर्ट का मुख्य निष्कर्ष है कि गाजा में भीषण युद्ध अभूतपूर्व स्तर पर महिलाओं और लड़कियों को प्रभावित कर रहा है, जिसमें जीवन की हानि और मानवीय जरूरतों का विनाश शामिल है. गाजा मूलरूप से महिलाओं के लिए एक सुरक्षा संकट है. विस्थापित हुए 19 लाख लोगों में से करीब दस लाख महिलाएं और लड़कियां हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में युद्ध में मारे गए लोगों में से लगभग 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं. गाजा में हर घंटे दो माताओं की मौत हो रही है.
संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने एक बयान में कहा,
''हमने एक बार फिर यह प्रमाण देखा है कि महिलाएं और बच्चे संघर्ष के पहले शिकार होते हैं और शांति की तलाश करना हमारा कर्तव्य है. हम उन्हें विफल कर रहे हैं. वह विफलता और इन 100 दिनों में फिलिस्तीनी लोगों को दिया गया पीढ़ीगत आघात, आने वाली पीढ़ियों तक हम सभी को परेशान करेगा.'
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि कम से कम 3,000 महिलाएं विधवा हो गई हैं, जिन्हें सुरक्षा और भोजन सहायता की तत्काल आवश्यकता है. वहीं कम से कम 10,000 बच्चों ने अपने पिता को खो दिया है.
महिलाओं के नेतृत्व वाले और महिला अधिकार संगठनों ने शत्रुता बढ़ने के बावजूद काम करना जारी रखा है. गाजा पट्टी में सर्वे में शामिल 83 प्रतिशत महिला संगठन कम से कम आंशिक रूप से सक्रिय हैं. वे मुख्य रूप से आपातकालीन प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 फ्लैश अपील के लिए फंडिंग के विश्लेषण से पता चलता है कि 0.09 प्रतिशत फंडिंग सीधे राष्ट्रीय या स्थानीय महिला अधिकार संगठनों को गई है.
छह महीने की रेस्पॉन्स प्लान के माध्यम से, फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र की महिलाएं 14,000 से अधिक महिला प्रधान परिवारों को आपातकालीन भोजन सहायता जैसी जीवन रक्षक सहायता दे रही हैं.
तत्काल युद्ध विराम की मांग
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र लिंग-आधारित हिंसा रोकने के लिए महिला-नेतृत्व वाले संगठनों के साथ भी साझेदारी कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्रतत्काल मानवीय युद्धविराम का आह्वान करता रहता है.
संयुक्त राष्ट्र निकाय ने 7 अक्टूबर, 2023 के हमास हमलों के दौरान यौन हिंसा और अन्य लिंग आधारित हिंसा पर भी अपनी गहरी चिंता दोहराई है.
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