इजरायल और हमास के बीच जारी जंग (Israel Hamas War) को 28 अक्टूबर को 22वां दिन है. इजरायल ने गाजा में बमबारी तेज कर दी है. वहीं, गाजा में मोबाइल-इंटरनेट और फोन दोनों को बंद कर दिया गया है. इजरायली सेना ने बताया कि उसकी एयर फोर्स और ग्राउंड फोर्स गाजा पट्टी में अपने ऑपरेशन को बढ़ा रही है.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक गाजा पर इजरायली हमलों में 3,038 बच्चों सहित कम से कम 7,326 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
गाजा में संकट गहराता जा रहा है. इजरायल ने अटैक करते ही गाजा में बिजली और फ्यूल दोनों बंद कर दिया था. अटैक के बीच, गाजा के लोगों के लिए भोजन और पानी नहीं पहुंच पा रहा है. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वहीं अब इंटरनेट-फोन बंद होने से 2.3 मिलियन लोगों का एक-दूसरे और बाहरी दुनिया से पूरी तरह से संपर्क कट गया है.
इजरायल-फिलिस्तीन संकट पर UN में वोटिंग
इधर, इजरायल-फिलिस्तीन संकट पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र बुलाया गया है. इसी सत्र में सीजफायर के लिए जॉर्डन की ओर से प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसपर वोटिंग हुई. पक्ष में 120 वोट पड़े, जबकि विरोध में सिर्फ 14 वोट पड़े. ऐसे में इजरायल-हमास में सीजफायर का प्रस्ताव UN में पास हो गया.
हालांकि, भारत, ब्रिटेन समेत 45 देशों ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया. इस प्रस्ताव में हमास के हमले का जिक्र नहीं था. कनाडा ने प्रस्ताव संशोधित कर पास कराने की मांग की लेकिन ये प्रस्ताव पास नहीं हो सका.
"UN के इतिहास में काला दिन": इजरायल की प्रस्ताव पर टिप्पणी
इस प्रस्ताव पर इजरायल ने टिप्पणी की. उसने इसे UN के इतिहास में काला दिन बताया. संयुक्त राष्ट्र में इजरायली राजदूत ने कहा "यह संयुक्त राष्ट्र और मानव जाति के लिए एक काला दिन है!" उन्होंने कहा कि हम अत्याचार के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे. हमें अपनी रक्षा करने का अधिकार है और यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार को फिर से दोहराया नहीं जाए.
जुल्म पर परदा डालेगी बंद इंटरनेट-फोन: ह्यूमन राइट्स वॉच
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ह्यूमन राइट्स वॉच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गाजा में फोन-इंटरनेट बंद करने पर नाराजगी जाहिर की है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा "गाजा में दूरसंचार सेवाएं लगभग पूरी तरह बंद कर दिए जाने से वहां बड़ी तादाद में लोगों पर होने वाले जुल्म पर परदा पड़ सकता है.
ह्यूमन राइट्स वॉच में सीनियर टेक्नोलॉजी और ह्यूमन राइट्स रिसर्चर डेबोरा ब्राउन ने कहा गाजा में जिस तरह से सूचनाओं को ब्लैकआउट करने की कोशिश हो रही है, उससे लोगों पर होने वाले जुल्म को छुपाए जाने का खतरा पैदा हो गया है.
"इजरायल से लड़ने के लिए हमारे लड़ाके तैयार": हमास
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के हवाई और जमीनी हमले तेज करने के बाद हमास ने कहा कि गाजा में उसके लड़ाके "पूरी ताकत" से इजरायली हमलों का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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