इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर टकराव के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि ये ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है. ऑपरेशन जब तक जरूरी है तब तक जारी रहेगा. इजरायल और गाजा के बीच एक हफ्ते से हिंसक टकराव जारी है. दोनों तरफ मिलाकर अब तक करीब 150 मौतें हो चुकी हैं.
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, टीवी भाषण में नेतन्याहू ने कहा,
“इस टकराव के लिए दोषी पक्ष हम नहीं हैं. जो हमारे ऊपर हमला कर रहे हैं, वो हैं. हम अभी भी ऑपरेशन के बीच में हैं, ये अभी खत्म नहीं हुआ है, और ऑपरेशन तब तक चलता रहेगा, जब तक जरूरी है.”
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमास जानबूझकर नागरिकों के पीछे छिपकर नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का इरादा रखता है, हम सब जितना संभव हो सके नागरिकों को नुकसान पहुंचाए बिना सीधे आतंकवादियों पर हमला कर रहे हैं.
इजरायल ने 16 मई की सुबह गाजा में हमास के चीफ के घर पर हमला किया, जिसके जवाब में हमास ने तेल अवीव पर रॉकेट से हमला किया.
इजरायल ने गाजा में मीडिया बिल्डिंग गिराई
इजरायल ने शनिवार को फिलिस्तीन के एक बहुमंजिला इमारत को चेतावनी देकर ध्वस्त कर दिया. इस बिल्डिंग में अल जजीरा और एसोसिएटेड प्रेस (AP) जैसे इंटरनेशनल मीडिया संस्थानों के दफ्तर थे. AP ने इसे हमास के साथ इजरायल की लड़ाई के बीच ‘गाजा से रिपोर्टिंग को शांत कराने के लिए इजरायली सेना का ताजा कदम’ बताया है.
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इजरायल के डिफेंस फोर्स ने इस हमले का बचाव करते हुए ट्विटर पर लिखा कि ये हमास की मिलिट्री इंटेल का बेस था. IDF ने लिखा, "इस बेस ने इजरायल के खिलाफ हमलों के लिए खुफिया जानकारी जुटाई, हथियारों का निर्माण किया. हमास इजरायल के खिलाफ हमले करने के लिए नागरिकों के पीछे छिपता है. इससे हमास के आतंकियों को IDF के हमलों से छूट नहीं मिलती. हम इजराइल के लोगों की रक्षा के लिए काम करना जारी रखेंगे."
अमेरिका राष्ट्रपति ने की फिलिस्तीनी राष्ट्रपति से बात
मीडिया संस्थानों की बिल्डिंग पर हमले के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली प्रधानमंत्री और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि बाइडेन ने इजरायल पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि इजरायल को खुद का बचाव करने का अधिकार है.
बाइडेन ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी बात की और अमेरिका-फिलिस्तीनी साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. उन्होंने जेरुसलम को सभी धर्मों के लिए शांतिपूर्ण स्थान होने के लिए साझा इच्छा जाहिर की.
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