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इजरायल-फिलिस्तीन 'जंग' पर ईरान, पाकिस्तान से अमेरिका तक की मीडिया ने क्या कहा?

द गार्जियन ने लिखा "1973 के बाद इजरायल की सबसे बड़ी चुनौती की कीमत इसके नागरिकों को चुकानी पड़ेगी."

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फिलिस्तीन के संगठन हमास (Hamas Attack) और इजरायल (Israel) में संघर्ष जारी है. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल ने भी युद्ध की घोषणा कर दी. जिसके बाद दोनों ओर से रॉकेट से हमला किया गया. इस जंग के 24 घंटे में 250 इजरायलियों की जान चली गई. इजरायल के जवाबी हमले में कम से कम 232 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है. फिलिस्तीन और इजरायल के संघर्ष पर दुनिया का क्या रुख है और विदेशी मीडिया ने इसको लेकर क्या छापा? आइये जानते हैं.

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अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजरायल और हमास की जंग की खबरों को प्रमुखता से जगह दी है. न्यूज वेबसाइट ने अपने होमपेज की टॉप खबरें हमास-इजरायल के जंग से जुड़ी लगाई हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स ने चिंता जताई कि फिलिस्तीनी संगठन और इजरायल के संघर्ष के बीच मध्य पूर्व के लिए बाइडेन की उम्मीदें खतरे में पड़ गईं हैं. सऊदी अरब और इजरायल के बीच संबंधों को सुधारकर मध्य पूर्व में नए समीकरण बनाना अब मुश्किल लगता है. न्यूज वेबसाइट ने दोनों पक्षों की जंग के बीच आगे क्या होगा, इसको लेकर भी सवाल उठाया है.

द गार्जियन

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने भी हमास के अटैक की खबरें प्रमुखता से लगाई हैं. वहीं, न्यूज बेवसाइट ने इसको लेकर एक एनालिसिस लगाई और कहा "1973 के बाद इजरायल की सबसे बड़ी चुनौती की कीमत इसके नागरिकों को चुकानी पड़ेगी."

गार्जियन ने लिखा "50 साल पहले इसी सप्ताह मिस्र और सीरिया के आश्चर्यजनक संयुक्त हमले के बाद इजराइल को अपने अस्तित्व के लिए खतरे का सामना करना पड़ा था, जिसने योम किपर युद्ध की शुरुआत को चिह्नित किया था. एक बार शनिवार को हॉलीडे के दिन इतिहास दोहराया गया."

क्या बोली पाकिस्तानी मीडिया?

पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने इजरायल पर हमले की खबर पर लिखा "फिलिस्तीनी समूह हमास के लड़ाकों ने शनिवार को इजरायली कस्बों में कई नागरिकों और सैनिकों को मार डाला. जिसके जवाब में इजरायल ने बड़े पैमाने पर जवाबी हवाई हमले किए, जिसमें गाजा पट्टी में कई लोग मारे गए.

डॉन ने आगे लिखा "इजराइल पर दशकों के सबसे बुरे हमले के कारण युद्ध छिड़ गया, जिसे दोनों पक्षों ने और बढ़ाने की कसम खाई है. इजराइल के अंदर 20 से अधिक स्थानों पर हुई गोलीबारी में कम से कम 200 इजराइलियों के मारे जाने और 1,100 घायल होने की सूचना है."

द वाशिंगटन पोस्ट

अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा "हमास के हमले का जवाब इजराइल ने गाजा पर अटैक से दिया. बेवसाइट ने सवाल उठाया कि इजरायल और गाजा के बीच जारी हिंसा के कारण क्या है. बेवसाइट ने कहा "हिंसा अचानक भड़क उठी, लेकिन वेस्ट बैंक और गाजा में इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच एक साल से बढ़ते तनाव के बाद हुई है."

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अलजजीरा

अलजजीरा ने लिखा "इजराइल के 'प्रचंड प्रतिशोध' की कसम खाने से गाजा पर जमीनी अटैक की आशंका बढ़ गई है. अलजजीरा ने आगे लिखा "इजरायली सेना ने गाजा पर विनाशकारी जवाबी हमले किए, जिससे 230 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए. इजरायली सेना अभी भी दक्षिणी इजरायल के कुछ हिस्सों में हमास के साथ लड़ रही है."

ईरान की मीडिया ने हमास का लिया पक्ष

ईरान की न्यूज बेवसाइट ने हमास के अटैक को लेकर नर्म रूख से खबर लगाई है. तेहरान टाइम्स ने लिखा" अल-अक्सा स्टॉर्म: फिलिस्तीनी प्रतिरोध ने इजरायल को अपमानित किया."

"एक सप्ताह के बाद हजारों इजरायली निवासियों ने चेतावनियों के बावजूद अल-कुद्स (जेरूसलम) में अल-अक्सा मस्जिद को अपवित्र कर दिया और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजरायली आक्रामकता बढ़ गई. गाजा पट्टी में घिरे फिलिस्तीनियों ने जवाब में "ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म" शुरू किया है."

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