कई महीनों तक लोगों की नजरों से गायब रहने के बाद चीनी बिजनेस टाइकून और एशिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार, अलीबाबा के फाउंडर, जैक मा फिर से दिखाई दिए हैं. जैक मा एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में नजर आए हैं.
चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक जैक मा ने चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की है. जैक मा ने इस मीटिंग में शिक्षकों से कहा, “जब कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा तो हम फिर मिलेंगे.”
ऑनलाइन कार्यक्रम के एक वीडियो में, मा ने चर्चा की कि वे लोक-हितैषी कामों पर अधिक समय कैसे बिताएंगे.
हालांकि अबतक ये साफ नहीं हुआ है कि जैक पिछले दो महीने से कहां थे और वो किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में क्यों नहीं दिखे.
जैक मा ने पिछले साल अक्टूबर में चीनी सरकार की आलोचना की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद से ही जैक मा को किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं देखा गया. वहीं, अपने टैलेंट शो के फाइनल एपिसोड में भी मा नहीं दिखाई दिए थे.
जैक ने कार्यक्रम में कहा, “हाल ही में, मेरे सहयोगी और मैं अध्ययन कर रहे थे और सोच रहे थे, हमने खुद को शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए समर्पित करने के लिए एक दृढ़ संकल्प लिया है, ग्रामीण इलाकों की बेहतरी और आम समृद्धि के लिए कड़ी मेहनत करना हमारी पीढ़ी की जिम्मेदारी है."
चीनी सरकार की आलोचना
चीन के सबसे सफल टाइकून में से एक जैक मा ने अक्टूबर में शंघाई में दिए एक भाषण में देश के फाइनेंशियल रेगुलेटर्स और राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों की आलोचना की थी. मा ने सिस्टम में सुधारों की मांग की थी और ग्लोबल बैंकिंग रेगुलेशन को ‘बूढ़े लोगों का क्लब’ बताया था.
जैक मा की ये आलोचना चीनी सरकार को नागवार गुजरी थी. नवंबर में, मा के एंट ग्रुप के 37 बिलियन डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा सीधा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निर्देश पर किया गया था.
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