अमेरिका की सत्ता अगले कुछ ही घंटों में प्रेसिडेंट-इलेक्ट जो बाइडेन के हाथों में जाने वाली है. बुधवार देर रात बाइडेन राष्ट्रपति और कमला हैरिस पहली महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगीं. लेकिन शपथ लेने के अगले कुछ ही घंटों में बाइडेन, ट्रंप प्रशासन के कई फैसलों को पलटने जा रहे हैं. जिनमें मुस्लिम ट्रैवल बैन से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर से शामिल होने जैसे फैसले शामिल हैं.
WHO में अमेरिका की वापसी
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, जो बाइडेन राष्ट्रपति बनते ही पहले दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में अमेरिका को फिर से शामिल करेंगे. एजेंसी ने बाइडेन के करीबी लोगों के हवाले से ये बात कही है. बता दें कि इससे पहले कोरोना महामारी के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने WHO पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और ऐलान किया था कि अमेरिका इससे अलग हो रहा है. इससे पहले ट्रंप ने WHO की फंडिंग पर भी रोक लगा दी थी. साथ ही कहा था कि ये संगठन चीन के काफी करीब है और इसने कोरोना को लेकर मिसमैनेजमेंट किया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को अलग होने की प्रक्रिया को लेकर नोटिस जारी किया था. साथ ही कांग्रेस को भी इस प्रक्रिया के बारे में सूचित किया गया. जिसके बाद UN ने कहा था कि अमेरिका 6 जुलाई 2021 से इस संगठन से अलग हो जाएगा.
बॉर्डर वॉल का काम होगा बंद
एएफपी के मुताबिक, अब बाइडेन अपने पहले ही दिन दूसरा सबसे बड़ा फैसला अमेरिकी सीमा पर बन रही दीवार का काम रोकने का करेंगे. ट्रंप ने अमेरिका और मैक्सिको की सीमा पर एक बड़ी दीवार बनाने का काम शुरू किया था. ये दीवार सैकड़ों किलोमीटर की है और लगभग आधी बन चुकी है. ट्रंप ने मजबूत इमिग्रेशन सिस्टम का हवाला देते हुए ये दीवार खड़ी करवाई. फिलहाल इस दीवार पर तेजी से काम जारी है. अमेरिका में इसे बॉर्डर वॉल के अलावा ट्रंप वॉल भी कहा जा रहा है.
लेकिन बाइडेन शुरू से ही इस दीवार को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. वो अपने चुनावी प्रचार के दौरान भी कह चुके हैं कि सत्ता में आने के बाद वो एक फुट भी दीवार नहीं बनने देंगे. उनका कहना है कि जब तकनीकी माध्यम से सीमाओं पर देखरेख हो सकती है तो दीवार बनाना एक फिजूलखर्ची जैसा है.
अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर ट्रंप प्रशासन ने कई प्रवासी परिवारों को उनके बच्चों से अलग कर दिया था. अवैध तौर पर अमेरिका में आने वाले परिवारों के बच्चों को अलग करने को लेकर ट्रंप की जमकर आलोचना भी हुई थी. इस फैसले को लेकर थोड़ा बदलाव जरूर किया गया था, लेकिन पूरी तरह से लागू नहीं हुआ. जिसके बाद अब बाइडेन अपनों से बिछड़े बच्चों को उनके परिवार से मिलाने का काम करेंगे.
17 आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे बाइडेन
इन फैसलों के अलावा भी जो बाइडेन पहले ही दिन करीब 17 अहम आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे. जिनका उन्होंने अपने चु्नावी मेनिफेस्टो में वादा किया था. अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते में एक बार फिर से शामिल करने और मुस्लिम देशों के ट्रैवल बैन को लेकर ट्रंप के फैसले को पलटने के आदेश पर भी हस्ताक्षर होंगे. वहीं बाइडेन इमिग्रेशन, कोरोना महामारी, पर्यावरण और इकनॉमी को लेकर भी कई बड़े फैसले लेंगे.
बता दें कि बाइडेन 20 जनवरी देर रात अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे. जिसके बाद वो बतौर राष्ट्रपति पहली बार अमेरिका की जनता को संबोधित करेंगे. उनके इस संबोधन को काफी खास माना जा रहा है.
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