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306 इलेक्टोरल वोटों के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीते बाइडेन

अमेरिका में उम्मीदवार को जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट चाहिए होते हैं.

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अमेरिकी चुनाव 2020 में आधिकारिक तौर पर जो बाइडेन की जीत हुई है. 3 नवंबर को हुए चुनाव में बाइडेन ने 538 में से 306 इलेक्टोरल वोट अपने नाम किए हैं. इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्य 14 दिसंबर को अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में साथ आए, और जो बाइडेन को अपना अगला राष्ट्रपति चुना. बता दें कि अमेरिका में उम्मीदवार को जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट चाहिए होते हैं.

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अमेरिकी इलेक्टोरल सिस्टम में हर राज्य से एक इलेक्टर का चुनाव किया जाता है. ये चुनाव राज्य की जनसंख्या के आधार पर होता है. ये इलेक्टर्स राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए अपना वोट देते हैं, जो चुनाव में उनके राज्य का प्रतिनिधि करते हैं.

इस साल इन वोट्स की भूमिका और अहम हो गई थी, क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप चुनावों में अपनी हार स्वीकार नहीं कर रहे हैं.

बाइडेन को जीत का आंकड़ा छूने में सबसे ज्यादा अहम भूमिका कैलिफॉर्निया के 55 इलेक्टोरल वोटों की रही.

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अब उबरने का समय

इलेक्टोरल वोटों में जीत के बाद, अपने संबोधन में अमेरिका के प्रेसिडेंट-इलेक्ट जो बाइडेन ने कहा कि ये अमेरिका के लिए उबरने का समय है. बाइडेन ने डेलावेयर में अपने भाषण में कहा, “एक बार फिर, अमेरिका में, कानून, हमारा संविधान और लोगों की इच्छा प्रबल हुई. हमारे लोकतंत्र को धक्का दिया गया, उसका टेस्ट लिया गया, धमकी दी गई, लेकिन वो सच्चा और मजबूत साबित हुआ.”

“इस राष्ट्र में बहुत पहले लोकतंत्र की लौ जलाई गई थी. और अब हम जानते हैं कि कुछ भी नहीं- महामारी भी नहीं, या शक्ति का दुरुपयोग भी नहीं, उस लौ को बुझा सकता है. अगर कोई ये पहले नहीं जानता था, तो अब जरूर जानता है. अमेरिकी लोगों के दिलों में- लोकतंत्र धड़क रहा है.”
जो बाइडेन, अमेरिकी प्रेसिडेंट-इलेक्ट

बाइडेन ने कहा, “अमेरिका की आत्मा की इस लड़ाई में, लोकतंत्र की जीत हुई है. हम लोगों ने वोट दिया." भविष्य के लिए उम्मीद जताते हुए बाइडेन ने कहा, "अब पन्ना पलटने का समय है. एक होने का समय है. उबरने का समय है.”

बाइडेन ने महामारी को काबू में करने पर भी जोर दिया, जो कि उनके चुनावी कैंपेन में एक अहम मुद्दा था. बाइडेन ने कहा कि लोगों को वैक्सीनेट करना, मजबूर लोगों को आर्थिक सहायता देना और इकनॉमी को वापस पटरी पर लाना अर्जेंट काम हैं.

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हार स्वीकारने को तैयार नहीं ट्रंप?

CNN को व्हाइट से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इलेक्टोरल कॉलेज में बाइडेन की जीत के बाद भी राष्ट्रपति ट्रंप सार्वजनिक तौर पर अपनी हार स्वीकारने की दिशा में आगे नहीं बढ़ रहे हैं.

व्हाइट हाउस के कुछ एडवाइजर्स ने ये भी कहा कि इसकी संभावना काफी ज्यादा है कि ट्रंप, बाइडेन के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे.

जब से वोटों की गिनती शुरू हुई है, ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहे हैं. ट्रंप और उनके समर्थकों द्वारा अलग-अलग राज्यों में कई कोर्ट केस भी किए गए हैं.

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