अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया है कि उन्होंने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी कि अगर रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की जेल में मौत हो जाती है, तो रूस को भयानक नतीजे भुगतने होंगे. सीएनएन की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है.
बाइडेन ने कहा, ''मैंने उनको स्पष्ट कर दिया कि मेरा मानना है कि इसके नतीजे रूस के लिए भयानक होंगे.'' बता दें कि बुधवार को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में बाइडेन और पुतिन की आमने-सामने की बैठक हुई थी.
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ अपनी बैठक में मानवाधिकारों के मुद्दों पर जोर दिया. इसमें दो अमेरिकियों के मामले भी शामिल हैं जिनके बारे में बाइडेन का कहना है कि उन्हें रूस में ‘‘गलत तरीके से कैद’’ रखा गया है.
कौन है नवलनी?
पुतिन के कट्टर विरोधी माने जाने वाले नवलनी अभी जेल में बंद हैं, उन्हें जर्मनी से रूस लौटने के बाद जनवरी में गिरफ्तार किया गया था.
नवलनी पिछले साल अगस्त में सर्बिया से मॉस्को लौटने के दौरान एक विमान में गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. उन्हें ‘नर्व एजेंट’ (जहर) दिया गया था, जिसके लिए वह रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन को जिम्मेदार ठहराते हैं. हालांकि, क्रेमलिन ने विपक्षी नेता को जहर देने में अपनी भूमिका होने से बार-बार इनकार किया है.
नवलनी को 2014 में गबन के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के तहत मिली सजा के निलंबन के दौरान 'शर्तों का उल्लंघन करने' पर फरवरी में ढाई साल कैद की सजा सुनाई गई थी. अप्रैल में नवलनी के डॉक्टरों ने आशंका जताई थी उन्हें किसी भी वक्त कार्डिऐक अरेस्ट हो सकता है. उस दौरान भी बाइडेन ने नवलनी के साथ हो रहे व्यवहार को पूरी तरह अनुचित बताया था.
नवलनी जेल की सजा के ही लायक: पुतिन
व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि नवलनी को जेल की सजा सुनाई गई क्योंकि वह उसके ही लायक थे. बुधवार को बाइडेन के साथ बैठक के बाद पुतिन ने कहा कि नवलनी को अपनी सजा की शर्तों का उल्लंघन करने के लिए दंड मिलना था और जब वह रूस लौटे तब उन्हें यह पता था कि उन्हें जेल में डाला जाएगा.
पुतिन ने कहा, ‘‘वह गिरफ्तार होने के लिए जानबूझकर आए.’’ बता दें कि पिछले हफ्ते मॉस्को की एक अदालत ने नवलनी की ओर से बनाए गए संगठनों को कट्टरपंथी करार देते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया था.
बाइडेन और पुतिन के बीच बुधवार को ऐसे समय में बैठक हुई, जब दोनों नेताओं ने माना है कि उनके देशों के बीच संबंध अब तक के निम्नतम स्तर पर हैं.
कैमरों के सामने दोनों नेताओं के चेहरे पर कड़े भाव और मुंह से उदार शब्द सुनाई दिए. दोनों एक-दूसरे की तरफ सीधे देखने से बचते नजर आए.
बाइडेन से जब एक पत्रकार ने यह पूछा कि क्या पुतिन पर विश्वास किया जा सकता है तो उन्होंने सहमति में सिर हिलाया, लेकिन व्हाइट हाउस ने इसके बाद तुरंत एक ट्वीट किया और कहा कि राष्ट्रपति किसी सवाल का जवाब न देने के लिए बहुत स्पष्ट हैं, पर प्रेस के सामने आम तौर पर सहमति व्यक्त करते हैं. वहीं, पुतिन ने संवाददाताओं के सवालों की अनदेखी की. उनसे यह सवाल भी पूछा गया कि क्या वह नवलनी से डरते हैं.
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